'पठान' की सफलता पर बोले संजय मिश्रा- ''शाहरुख ने दिखा दिया ऑडियंस ज़िंदा है''
संजय मिश्रा ने शाहरुख खान के साथ एक्टिंग करने और उनकी फिल्म 'कामयाब' को प्रेज़ेंट करने पर भी बात की है.

Sanjay Mishra आखिरी बार Rohit Shetty की Cirkus में दिखे थे. हाल ही में उनका एक इंटरव्यू हुआ. इसमें उन्होंने 'साइड एक्टर' और 'सपोर्टिंग एक्टर' बुलाए जाने पर अपनी बात रखी. साथ Shahrukh Khan के साथ काम करने पर भी बात. संजय ने शाहरुख के साथ बतौर एक्टर काम किया. बाद में शाहरुख ने उनकी फिल्म Kaamyaab प्रेज़ेंट की. जिससे हार्दिक मेहता डायरेक्टेड उस फिल्म की रिलीज़ में आसानी हो गई.
'कामयाब' में संजय मिश्रा ने एक 'साइड/सपोर्टिंग' एक्टर का रोल किया था. जो अपने करियर में एक फिल्म और करना चाहता है, ताकि उसकी 500 फिल्में पूरी हो जाएं. मगर अब उसे काम नहीं मिल पा रहा. खैर, इंडियन एक्सप्रेस को दिए हालिया इंटरव्यू में संजय मिश्रा से 'सपोर्टिंग एक्टर' के टैग के बारे में पूछा गया. इसके जवाब में संजय ने कहा-
''अगर सिनेमा वाइज़ देखा जाए, तो ये सारे कैरेक्टर्स हर सिनेमा में होते थे एक टाइम पे. 70s-80s में. जैसे पान वाले, पंडित. मुझे कभी सपोर्टिंग एक्टर का टैग समझ ही नहीं आया. इसपे तो क्या ही बोलूं. सपोर्टिंग एक्टर, कॉमेडी एक्टर, हीरो जैसा कुछ नहीं होता. सब एक्टर ही होते हैं. इसपे क्या कहें!''
तमाम बातें-कहने सुनने के बावजूद समझ में ये आता है कि भले एक्टर्स इस टर्म को खारिज कर दें. मगर फिल्म इंडस्ट्रीज़ में ऐसा होता है. लोगों के नाम के साथ एक टैग चस्पा कर दिया जाता है. इनफैक्ट संजय की फिल्म 'कामयाब' इसी बारे में बात करती है. 'कामयाब' बनकर तैयार हो चुकी थी. बड़ी पिक्चर नहीं थी. इसलिए कोई डिस्ट्रिब्यूटर फिल्म खरीकर रिलीज़ करने का जोखिम नहीं लेना चाहता था. ऐसे में शाहरुख खान ने 'कामयाब' को प्रेज़ेंट करने का फैसला लिया. पिक्चर रिलीज़ हुई. पैसे भी कमाए. क्रिटिकल अक्लेम भी हासिल किया. आज उसे 'आंखों देखी' और 'कड़वी हवा' जैसी फिल्मों के साथ संजय के सबसे शानदार कामों में गिना जाता है.
ऐसे में संजय से शाहरुख खान के साथ कोलैबरेट करने के बारे में पूछा गया. संजय बतौर एक्टर, शाहरुख खान के साथ 'फिर भी दिल है हिंदुस्तानी' और 'ओ डार्लिंग ये है इंडिया' जैसी फिल्मों में काम कर चुके थे. शाहरुख के साथ काम करने पर संजय मिश्रा बोले-
''शाहरुख के साथ जब भी मैंने काम किया है, वो खुद के लिए लड़ रहे थे. कि ये मैं करके देखता हूं. दिखाता हूं. वो था उस समय उनका प्रोसेस. ये मैं नहीं कर पाता यार. 'ओ डार्लिंग ये है इंडिया' थी वो फिल्म. मैं भी नया था. शाहरुख भी नया था. और फिर उसने मेरी फिल्म प्रेज़ेंट कर दी बाद में.
संजय मिश्रा ने 'पठान' की झामफाड़ सफलता पर भी बात की. उन्होंने कहा-
''अच्छा लगा अभी 'पठान' को एक अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. मरती हुई ज़िंदगी से आदमी फिर से सपना देखना शुरू कर रहा है. उसने ये दिखाया कि ऑडियंस अभी ज़िंदा है.''
बाद में संजय को पता चला कि यही 'ज़िंदा है' वाली लाइन शाहरुख की 'पठान' में भी थी, तो वो हंस के रह गए. संजय मिश्रा आने वाले दिनों में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के साथ फिल्म 'जोगिरा सा रा रा रा' और अजय देवगन के साथ 'भोला' में दिखाई देने वाले हैं.
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