पश्चिम बंगाल के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ये वही पुलिस अधिकारी हैं, जिन्होंने पिछले दिनों एक रोड शो में ‘गोली मारो ** को’ का नारा लगाने के आरोप में तीन BJP कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया था. इस मामले के कुछ ही दिन बाद अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
NDTV की खबर के मुताबिक, IPS हुमायूं कबीर कोलकाता के पास चंदननगर के पुलिस कमिश्नर थे. बताया जा रहा है कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा-
मेरे इस्तीफे के कुछ कारण हैं, जो मैं कुछ दिनों के बाद साझा करूंगा. पहले मुझे सेवा से मुक्त होने दीजिए.
कबीर के अचानक इस्तीफा देने से उनके राजनीति में जाने की अटकलें भी शुरू हो गई हैं. 30 अप्रैल को वे रिटायर होने वाले थे. उन्हें एक्सटेंशन भी मिल सकता था, लेकिन उन्होंने 31 जनवरी को पद छोड़ने का फैसला किया.
नारा लगाने वाला मामला क्या है?
21 जनवरी को बंगाल में BJP की रैली के दौरान कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने ‘गोली मारो’ का नारा लगाया था. हिंसा भड़काने की कोशिश के आरोप में तीन कार्यकर्ताओं को रात में ही गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने चंदननगर के बीजेपी नेता सुरेश शॉ और दो अन्य को इस नारेबाजी का वीडियो सामने आने के कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया था. आरोप है कि इन्होंने बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी और हुगली से बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी के रोड शो में नारे लगाए थे.
इस गिरफ्तारी पर सवाल उठे थे, क्योंकि तृणमूल कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में इस घटना के एक दिन पहले ही इसी तरह की नारेबाजी की थी लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था.
TMC सांसद सौगत रॉय ने कहा था कि इस नारेबाजी को लेकर हुई गिरफ्तारी पूरी तरह पुलिस का मामला है. इसका उनकी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.
इस्तीफे को लेकर क्या अटकलें चल रही हैं?
हुमायूं कबीर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी माना जाता रहा है. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि कुछ समय तक सीएम के साथ रिश्ते ठीक नहीं रहे. इस चुनाव में हुमायूं कबीर की पत्नी के टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चा थी. हालांकि इस बीच ये भी कयास लगे कि पत्नी की जगह हुमायूं कबीर खुद चुनाव लड़ सकते हैं. अब इस्तीफे को उनके चुनाव लड़ने से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
अमित शाह का बंगाल दौरा स्थगित
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 जनवरी को दो दिन के बंगाल दौरे पर जाने वाले थे. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाह का दौरा स्थगित हो गया है. दौरा स्थगित होने का आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इजराइली दूतावास के बाहर हुए विस्फोट पर एक बैठक करनी था. इसलिए ये दौरा स्थगित करना पड़ा.
शाह का दौरा स्थगित होने से कई चीजें रुक गई हैं. रविवार, 31 जनवरी को अमित शाह की हुगली में रैली होने वाली थी. कहा जा रहा था कि इस रैली में टीएमसी के कई नेता बीजेपी में शामिल होने वाले थे. हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले राजीव बनर्जी के भी बीजेपी में शामिल होने की अटकलें थीं.
कहा जा रहा था कि शाह की रैली के बाद टीएमसी अपने पत्ते खोलती. अब जब शाह का दौरा स्थगित हो गया है तो TMC ने भी चुप्पी साध ली है. वेट एंड वॉच की स्थिति में है.
ममता बनर्जी के संबोधन के पहले जो हुआ, उससे दीदी भड़क गईं और मन की बात कह दी!