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सपा ने अखिलेश यादव को 'सबसे सुरक्षित' सीट से चुनाव लड़ाने का ऐलान कर दिया है

मैनपुरी की इस सीट से चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव.

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Akhilesh Yadav
(फाइल फोटो- पीटीआई)
20 जनवरी 2022 (Updated: 20 जनवरी 2022, 14:01 IST)
Updated: 20 जनवरी 2022 14:01 IST
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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मैनपुरी की करहल सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. गुरुवार 20 जनवरी को सपा ने इसका ऐलान किया. करहल सपा के लिए काफी सुरक्षित सीट मानी जाती है. साल 1993 से लेकर अब तक सात बार समाजवादी पार्टी करहल सीट को जीत चुकी है. जबकि बीजेपी ने सिर्फ 2002 में यहां जीत दर्ज की थी. इससे पहले तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे. कहा गया कि अखिलेश यादव कन्नौज, आजमगढ़ या संभल की किसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. अब सपा ने इन सभी कयासों पर लगाम लगा दिया है. मालूम हो कि पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भी अपना पहला विधानसभा चुनाव मैनपुरी से ही लड़ा था, जिसमें वो विजयी हुए थे. करहल मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई से सिर्फ चार किलोमीटर की दूरी पर है. उन्होंने यहीं के जैन इंटर कॉलेज से पढ़ाई की थी और यहीं पर पढ़ाते भी थे. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में करहल विधानसभा सीट पर सपा ने सोवरन सिंह यादव को उतारा था. उन्होंने बीजेपी के रमा शाक्य को 40 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. सोवरन सिंह इससे पहले साल 2007 और 2012 में भी इसी सीट से विजयी हुए थे. वहीं साल 2000 में सपा के अनिल यादव इस सीट से निर्वाचित हुए थे. बीजेपी के बाद सपा का घोषणापत्र आएगा गुरुवार को ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने दावा किया है कि सपा की कथनी और करनी में भेदभाव नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी अपना घोषणापत्र जारी करे, उसके बाद सपा का घोषणापत्र आएगा. आजतक से जुड़े अभिषेक मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश ने कहा,
'डबल इंजन की सरकार ने पांच साल में क्या किया, वे बताएं. बीजेपी सरकार आउटसोर्सिंग कर सब कुछ बेच रही है.'
सपा अध्यक्ष ने आगे कहा,
'बीजेपी के बड़े जनाधार वाले नेता सपा में आए हैं. इससे बीजेपी घबराई हुई है. परसेप्शन की लड़ाई में बीजेपी हार गई है. आगरा से लेकर गाजीपुर तक कहीं भी लड़ जाएंगे, जीतना तय है.'
वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने के फैसले पर अखिलेश यादव ने कहा कि वो पार्टी से पूछेंगे कि गोरखपुर में अपना प्रत्याशी उतारेंगे या नहीं. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी सरकार आने पर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाएगी. यूपी के कर्मचारी, शिक्षकों को पुरानी व्यवस्था के तहत पेंशन दी जाएगी. सपा अध्यक्ष ने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है तो कला, लेखन, पत्रकारिता, शिक्षा, चिकित्सा, इंजीनियर आदि क्षेत्र के उत्कृष्ट लोगों का सम्मान किया जाएगा. महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि योगी रोमियो को बदनाम कर रहे हैं, उन्हें केवल दिखावा करना था. अब कहां है एंटी-रोमियो स्क्वाड योजना. उन्होंने कहा,
'महिला सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1090 बेस्ट सिस्टम था, जिसे सरकार ने खराब कर दिया है.'
योगी सरकार के अपराधियों के डर कर भागने के दावे पर तंज करते हुए अखिलेश ने कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम पर जितने मुकदमे हैं, उतने आईपीसी में सेक्शन नहीं हैं.

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