आजम खान के बेटे के पास दो पासपोर्ट होने के आरोप पर क्या बोले अखिलेश यादव?
आजम खान से जुड़े इस सवाल पर अखिलेश यादव ने क्या कहा? जानिए
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यूपी विधानसभा चुनाव-2022 का बिगुल बज चुका है. चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद तीसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. सभी पार्टियों के नेता वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए तरह-तरह से प्रयास कर रहे हैं. कुछ नेताओं ने पाला भी बदला है, जिससे यूपी का सियासी पारा और चढ़ गया है. इस सियासी ताप के बीच दी लल्लनटॉप ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का इंटरव्यू किया. संपादक सौरभ द्विवेदी ने उनसे तमाम बड़े विवादों से लेकर जन सरोकार से जुड़े मुद्दों पर सीधे सवाल पूछे.
इस दौरान अखिलेश यादव से सीतापुर की जेल में बंद सपा सांसद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम को लेकर भी कई सवाल पूछे गए. उनसे पूछा गया कि जेल में होने की वजह आजम खान चुनाव में प्रचार नहीं कर पाएंगे, इससे सपा की संभावनाओं पर क्या असर पड़ेगा?
इस सवाल का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा,
"देखिए आजम खान साहब और उनके परिवार के साथ बहुत अन्याय हुआ है. और इसके लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों जिम्मेदार हैं. आप रामपुर जाकर जानकारी करिए, आजम खान साहब और उनके परिवार के साथ अन्याय करने में ये दोनों दल साथ हैं."जब यह पूछा गया कि क्या कांग्रेस से उनका मतलब कांग्रेस की पूर्व सांसद बेगम नूरबानो के परिवार से है? इस पर सपा मुखिया ने कहा,
"मैं किसी का नाम नहीं ले रहा, लेकिन वहां (रामपुर) जाने पर सब दिखाई देता है. जानबूझकर बीजेपी ने उनके साथ अन्याय किया है, पुलिस कप्तान उसी को बनाया गया जिसकी जांच हो रही थी कि उसने पैसे देकर ट्रांसफर कराया है. डीएम उसको बनाया गया जो दूसरे कैडर के थे और उन्हें अपना एक्सटेंशन चाहिए था. दुर्भाग्य ये है कि ये डीएम समाजवादी सरकार में ही आए थे. ये IAS (आईएएस) किसी के नहीं होते, IAS की फुलफॉर्म है 'इंडीविजुअल ऑफ्टर सरकार'. ये सरकार जाने के बाद नहीं दिखाई देंगे. हां, अगर सरकार आएगी तो ये दिखाई देंगे. इन अधिकारियों का ही काम है कि सरकार गलत करे तो उसे बताएं कि आप किसी के साथ अन्याय कर रहे हैं."'आप कह रहे हैं कि ये लोग निर्दोष हैं. लेकिन जो कोर्ट में मामले दायर हुए हैं, उनमें अगर अब्दुल्लाह आजम की ही बात करें तो उनके पास दो पैन कार्ड और दो पासपोर्ट की कॉपी मिली हैं. इसपर आपका क्या कहना है?' इस सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा,
"देखिये ये बहस कोर्ट की है, कोर्ट में वे अपना पक्ष रख रहे हैं, वो कोर्ट को बता रहे हैं कि उन्होंने कैसे खुद इन मामलों में सरेंडर किया है. जो भी कुछ है वो कानूनी लड़ाई है, मुझे उम्मीद है कि न्यायालय उनको न्याय देगा."