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कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए कैप्टन अमरिंदर ने पीएम मोदी से क्या कहा था?

अमरिंदर सिंह ने कहा कि वो भाजपा के साथ चुनाव लड़ने में बिल्कुल सहज हैं.

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(बाएं) कैप्टन अमरिंदर सिंह, (दाएं) सौरभ द्विवेदी, (बीच में) पीएम नरेंद्र मोदी. (तस्वीरें- लल्लनटॉप और पीटीआई)
11 फ़रवरी 2022 (Updated: 11 फ़रवरी 2022, 16:01 IST)
Updated: 11 फ़रवरी 2022 16:01 IST
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पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए वोटिंग होने में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. इस बीच दी लल्लनटॉप की टीम पंजाब पहुंच चुकी है और अपने राजनीतिक मंच 'जमघट' के तहत तमाम नेताओं के इंटरव्यू कर रही है. इस बार पंजाब में राजनीतिक दलों की संख्या बढ़ चुकी है और लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है. कई सालों तक कांग्रेस के साथ रहे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अपनी एक अलग पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस' बनाकर चुनाव मैदान में उतरे हैं. इस बार उनके साथ भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्‍त) हैं. इसे लेकर हमारे संपादक सौरभ द्विवेदी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से कई अहम सवाल पूछे, जिसमें पंजाब के ऐतिहासिक किसान आंदोलन और विवादित तीन कृषि कानूनों का भी जिक्र आया. हमारे संपादक ने अमरिंदर सिंह से पूछा,
'कृषि कानूनों को वापस लेने में आपका क्या रोल था? क्या आपने प्रधानमंत्री को कोई सलाह दी था?'
इस पर कैप्टन ने कहा,
'हां, मैंने उन्हें सलाह दी थी. मैंने किसान संगठनों से तो बात नहीं की, क्योंकि उन्होंने कहा था कि वे किसी राजनीतिक दल को अपने साथ नहीं लेंगे. चूंकि ये मेरे राज्य के लॉ एंड ऑर्डर का मामला था, इसलिए मैंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों को अपनी तरफ से सलाह दी थी. मैंने उनसे कहा कि ये तीनों कानून वापस लीजिए. मैंने खुद सदन में इन तीनों कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया था. इस साथ ही केंद्र को भी मैं बताता रहा कि किसानों की क्या सोच है और उन्हें क्या करना चाहिए.'
ये पूछे जाने पर कि कुछ दिनों तक आप भाजपा की आलोचना कर रहे थे, लेकिन अब उनके साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं, क्या ये सब आपके लिए सहज है, अमरिंदर सिंह ने कहा,
'हां बिल्कुल सहज है. 1980 में मैं संसद में आया था. उस समय मैं कांग्रेस से चुनाव जीता था. मेरी मां भाजपा से चुनकर आई थीं और हम दोनों एक दूसरे के आमने-सामने बैठते थे.'
कैप्टन ने कहा कि ये तो पॉलिटिकल सोच की बात है. वे प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, हर किसी के साथ सहज हैं.

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