प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है. पहली रैली उन्होंने रोहतास जिले के वियाडा सुअरा मैदान डेहरी में की. पीएम ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी से की. साथ ही रामविलास पासवान और रघुवंश प्रसाद को श्रद्धांजलि दी. पीएम ने बिहार के शहीदों को याद किया.
पीएम मोदी ने कहा,
बिहार के सपूत गलवान घाटी में तिरंगा के खातिर शहीद हो गइलें, लेकिन भारत माता के माथा ना झुके देलें. पुलवामा हमले में भी बिहार के जवान शहीद भइलें. हम उनके चरण में शीश झुकावत बानी.
पीएम ने कहा कि बिहार को अब कोई बीमारू राज्य नहीं कह सकता. लालटेन का जमाना गया. बिहार के लोग भूल नहीं सकते वो दिन जब सूरज ढलने का मतलब होता था सबकुछ बंद हो जाना. आज वो माहौल है जिसमें राज्य का नागरिक बिना डरे रह सकता है. पीएम ने कहा कि बिहार में पीढ़ी भले बदल गई हो, लेकिन बिहार को इतनी मुश्किल में डालने वाले कौन थे. ये युवा पीढ़ी को याद रखना होगा.
370 का जिक्र
पीएम ने कहा,
आप मुझे बताइए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने का इंतजार देश वर्षों से कर रहा था, ये फैसला हमने लिया. एनडीए की सरकार ने लिया. लेकिन आज ये लोग इस फैसले को पलटने की बात कह रहे हैं. ये लोग कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आर्टिकल 370 फिर लागू कर देंगे. और इनका दुस्साहस देखिए. इतना कहने के बाद भी ये लोग बिहार के लोगों से वोट मांगने की हिम्मत दिखा रहे हैं. जो बिहार अपने-बेटे-बेटियों को सीमा पर देश की रखवाली के लिए भेजता है क्या ये उसकी भावना का अपमान नहीं है. मैं जवानों और किसानों की भूमि बिहार से इन लोगों को एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं. ये लोग जिसकी चाहें मदद ले लें. देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा. भारत अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा.
NDA govt abrogated Article 370. These people say they will bring it back if they come to power. After saying this they dare to ask for votes from Bihar. Is this not an insult of Bihar? The state which sends its sons and daughters to the borders to protect the country: PM Modi pic.twitter.com/AcsGcKJg5i
— ANI (@ANI) October 23, 2020
इसके अलावा पीएम मोदी ने इस बात का भी जिक्र किया कि तकनीकी शिक्षा भी मातृभाषा में दी जाएगी. इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है. पीएम ने कहा कि अब कोशिश होगी, मेडिकल, इंजीनियरिंग समेत सभी तकनीकि कोर्सेस को भी मातृभाषा में पढ़ाया जाए.
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