अपर्णा यादव के जाने से क्यों 'खुश' है SP? अखिलेश का जवाब सुनना चाहिए
डिंपल यादव कहां से लड़ेंगी चुनाव, लल्लनटॉप के इंटरव्यू में अखिलेश ने ये भी बताया.
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले दी लल्लनटॉप को इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू में हमारे संपादक सौरभ द्विवेदी ने अखिलेश यादव से अलग-अलग मुद्दों पर जरूरी सवाल पूछे. इसी सिलसिले में उनसे अपर्णा यादव के बीजेपी में चले जाने पर भी सवाल पूछा गया. अखिलेश यादव से पूछा गया कि क्या अपर्णा यादव उनसे टिकट मांगने आई थीं. हमारे संपादक ने सवाल किया,
"अपर्णा बिष्ट यादव जब गईं, तो किसी ने बड़ी दिलचस्प टिप्पणी की ट्विटर पर कि ये अकेला ऐसा ट्रांसफर है, जिससे सपा भी खुश है और भाजपा भी खुश है. अपर्णा क्या आपसे टिकट मांगने आई थीं लखनऊ कैंट की सीट से?"इस सवाल का जवाब अखिलेश यादव ने कुछ इस तरीके से दिया,
"मैंने नेता जी से और पार्टी में तय किया था कि बहुत कम लोग परिवार के इस बार चुनाव लड़ेंगे. स्वाभाविक है कि जब परिवार के लोग नहीं लड़ रहे हैं, तो टिकट नहीं मिलना था."हमारे संपादक ने अखिलेश यादव से पूछा कि अपर्णा का बीजेपी में जाना परिवार के स्तर पर काफी मुश्किल रहा होगा. खासकर इस बात को ध्यान में रखते हुए कि जब शिवपाल यादव अलग हुए थे तो मीडिया में खबरें चली थीं. संध्या यादव बीजेपी में चली गईं, अब अपर्णा चली गईं, शिवपाल जी के विरोध की खबरें आईं, अंत में उन्हें आपने सपा का निशान दिया. हरिओम यादव की खबरें आईं. आपको क्या लगता है कि इससे आपके राजनीतिक संघर्ष में कुछ दिक्कतें आईं. डिंपल यादव कहां से लड़ेंगी? इस सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी उनके परिवार के सदस्यों को अपनी पार्टी में शामिल कर रही है. हमारे परिवारवाद को खत्म कर रही है. अखिलेश ने पूछा कि अब बीजेपी के पास क्या जवाब है? जो बीजेपी हमारे ऊपर परिवारवाद का आरोप लगाती थी, वो बताए कि अब हमारे परिवार के लोगों को क्यों आगे बढ़ाना चाहती है? क्या बीजेपी के पास नेताओं और कार्यकर्ताओं की कमी हो गई है. ये तो बीजेपी के लिए काफी चिंता की बात है. अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में उनसे यह भी पूछा कि आखिर उनकी पत्नी और समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव कहां से चुनाव लड़ेंगी. जवाब में अखिलेश यादव ने डिंपल यादव के चुनाव ना लड़ने के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि कोशिश होगी कि परिवार के ज्यादा लोग चुनाव ना लड़ें.