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जन सुराज के 3 कैंडिडेट पीछे हटे, प्रशांत किशोर ने अमित शाह की तस्वीर दिखा बड़ा दावा किया

Prashant Kishor ने कहा कि BJP अब Jan Suraaj Party से घबरा गई है क्योंकि यह पार्टी ना तो महागठबंधन की तरह 'जंगलराज' की इमेज लेकर चल रही है और ना ही BJP की 'डर' की राजनीति का हिस्सा है.

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प्रशांत किशोर ने फोटो दिखाकर अमित शाह और BJP पर आरोप लगाए. (PTI)
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मौ. जिशान
21 अक्तूबर 2025 (Published: 10:26 PM IST)
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बिहार विधानसभा चुनावों के बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी के तीन उम्मीदवारों को ‘BJP नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों’ ने दबाव डालकर चुनावी मैदान से हटने को मजबूर किया. ये तीनों उम्मीदवार हैं- दानापुर से अखिलेश कुमार उर्फ मुटुर साव, ब्रह्मपुर से सत्य प्रकाश तिवारी और गोपालगंज से शशि शेखर सिन्हा. 

प्रशांत किशोर का आरोप है कि इन उम्मीदवारों को ‘धमकाया गया, बंदी बनाया गया और केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी में लोकतंत्र का सीधा उल्लंघन’ किया गया. चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने इस मुद्दे को चुनाव आयोग के सामने उठाने की भी बात कही. उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए 'चिंताजनक स्थिति' बताया. कहा कि BJP अब जन सुराज के उभार से घबराई हुई है, इसलिए चुनावी मैदान से ईमानदार उम्मीदवारों को हटाने की कोशिश कर रही है.

दानापुर में क्या हुआ?

प्रशांत किशोर ने दानापुर सीट पर जन सुराज के उम्मीदवार अखिलेश कुमार उर्फ मुटुर साव को चुनाव लड़ने से रोकने का आरोप सीधे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर लगाया. मंगलवार, 21 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने एक फोटो दिखाते हुए कहा,

"मैं आपको वो चित्र दिखा रहा हूं कि ये साहब मुटुर साव जी उस दिन कहां थे? ये हैं भारत के गृह मंत्री अमित शाह और उनके साथ धर्मेंद्र प्रधान... वोटरों को डराने-खरीदने पर आचार संहिता लागू है, लेकिन सामने का जो उम्मीदवार है, उसको भारत के गृह मंत्री अपने साथ खड़ा किए हुए हैं, पूरे दिन बैठाए हुए हैं, ताकि वो नामांकन भी ना कर सके. ये है भाजपा का चाल-चरित्र... ट्विटर पर बैठकर बता रहे हैं कि जन सुराज के उम्मीदवार भाग रहे हैं."

उन्होंने आगे कहा,

"आप बताइए कि कोई साधारण व्यवसायी जो राजनीति करता है उसको भारत के गृह मंत्री अगर बुलाकर अपने साथ बैठा लें, तो उसके पास क्या विकल्प बचेगा? कहां है चुनाव आयोग? यहां भारत के गृह मंत्री और केंद्र में भाजपा के मंत्री धर्मेंद्र प्रधान खुले आम जन सुराज के प्रत्याशी को अपने साथियों के साथ दल-बल के साथ घेरे हुए हैं और इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं है."

प्रशांत किशोर ने कहा कि दानापुर के मौजूदा विधायक और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रत्याशी रीतलाल यादव एक बड़े बाहुबली और आपराधिक प्रवृत्ति के नेता हैं, जो अभी जेल में हैं. उन्होंने कहा कि BJP उनका डर दिखाकर वोट मांगती है.

उन्होंने आगे कहा कि दानापुर में जनता ने तय किया था कि बाहुबली उम्मीदवारों के डर से ना BJP को और ना ही RJD को वोट देंगे. प्रशांत ने दावा किया कि जन सुराज के उम्मीदवार को पूरी व्यवसायी बिरादरी का समर्थन था, लेकिन ‘BJP ने उनकी उम्मीदवारी रोक दी’.

ब्रह्मपुर में धर्मेंद्र प्रधान पर गंभीर आरोप

प्रशांत किशोर ने कहा कि ब्रह्मपुर सीट पर BJP की सहयोगी लोक जनशक्ति (रामविलास) के बाहुबली नेता हुलास पाण्डेय चुनाव लड़ रहे हैं. ब्रह्मपुर से जन सुराज के उम्मीदवार डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी ने अपना नामांकन किया था. उनके नामांकन वापसी को लेकर प्रशांत किशोर ने BJP पर गंभीर आरोप लगाए. प्रशांत ने कहा,

"डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी ने जन सुराज से टिकट लिया और प्रचार भी किया. परसों रात तक वो पूरी तरह प्रचार में लगे थे. लेकिन नामांकन वापसी के दिन अचानक उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया. ये सब ऐसे नहीं हुआ. BJP के केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उनके घर जाकर बैठे, दबाव बनाया और उनको मजबूर किया गया कि वो मैदान से हट जाएं."

प्रशांत ने एक फोटो दिखाया, जिसमें धर्मेंद्र प्रधान, डॉक्टर तिवारी के घर पर मौजूद थे. उन्होंने कहा,

"नामांकन वापस लेने के पीछे का चित्र देख लीजिए. उन्होंने एक चित्र जारी किया है, जहां पर डॉक्टर साहब अपना नामांकन वापस ले रहे हैं. हम चित्र जारी कर रहे हैं. देखिए धर्मेंद्र प्रधान हैं और यही डॉक्टर सत्य प्रकाश तिवारी हैं. इनके घर पर बैठकर देखिए क्या किया जा रहा है? आपने भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में ये नहीं देखा होगा कि चुनाव घोषित होने के बाद जो उम्मीदवार है, अधिकारिक तौर पर जो उम्मीदवार है, उससे पार्टी का कार्यकर्ता नहीं, लोकल नेतृत्व नहीं, भाजपा के केंद्र में मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हाथ मिला रहे हैं. इन डॉक्टर के घर पर बैठकर, इन पर दबाव देकर, जबरदस्ती चुनाव से इनका नामांकन वापस लिया गया है."

प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की धज्जी उड़ाई जा रही है, सरेआम उम्मीदवारों को धमकी दी जा रही है और उनको घरों में बंद किया जा रहा है.

गोपालगंज में BJP नेताओं पर आरोप

गोपालगंज सीट पर जन सुराज के उम्मीदवार डॉ. शशि शेखर सिन्हा को लेकर किशोर ने कहा कि BJP नेताओं ने रात में उनके घर जाकर दबाव बनाया और उन्हें मजबूरन अपना नामांकन वापस लेना पड़ा. प्रशांत किशोर ने कहा,

"डॉ. शशि शेखर सिन्हा परसों रात में 8 बजे तक चुनाव का प्रचार कर रहे थे. रात में 11 बजे के बाद वहां के भाजपा के MLC और अन्य कई बड़े नेता डॉक्टर साहब के पास पहुंचे. उन पर हर तरह का दबाव बनाकर मजबूर किया कि आप चुनाव से अपना नामांकन वापस लीजिए."

उन्होंने आगे एक फोटो दिखाते हुए कहा,

"ये चित्र भाजपा की ओर से जारी किया गया है, जिसमें भाजपा के प्रत्याशी और भाजपा के बड़े नेता डॉक्टर साहब को गले लगा रहे हैं और ये बता रहे हैं कि भाजपा के समर्थन में इन्होंने अपना नामांकन वापस लिया है."

प्रशांत किशोर ने कहा कि BJP अब जन सुराज से घबरा गई है क्योंकि यह पार्टी ना तो महागठबंधन की तरह 'जंगलराज' की इमेज लेकर चल रही है और ना ही BJP की 'डर' की राजनीति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि जनता तीसरा विकल्प चाहती है और जन सुराज वही विकल्प बनकर उभर रही है.

प्रशांत ने BJP को चुनौती देते हुए कहा,

"बात 3 प्रत्याशियों की नहीं है, क्योंकि जन सुराज के 240 योद्धा अभी भी मैदान में भाजपा को हराए बगैर, उसे उखाड़े बगैर मानेंगे नहीं. 14 तारीख को परिणाम आएगा दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. लेकिन ये जो माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि हम लोग डरने वाले हैं, मेरे भाई प्रशांत किशोर, जन सुराज के साथी, किसी से डरने वाले नहीं है. हम लोग किसी से डरने वाले नहीं हैं."

उन्होंने आगे कहा कि चाहे उनके जितने उम्मीदवारों को खरीदा जाए, धमकी दी जाए, घरों में कैद किया जाए, उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी.

वीडियो: महागठबंधन में सीटों की खींचतान में फंसे तेजस्वी यादव, अपनी ही पार्टी के खिलाफ करना होगा प्रचार

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