महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर तेजस्वी की टेंशन कम क्यों नही हो रही, कुछ सीटों पर फ्रेंडली फाइट संभव
Bihar Assembly Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पिछले एक सप्ताह में Tejashwi Yadav के आवास पर छह बैठक हो चुकी हैं. 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक लगातार तीन दिन बैठक चली. बैठक में सीएम फेस, डिप्टी सीएम फेस और सीट बंटवारे को लेकर मंथन होता रहा. लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Election) की घोषणा के बाद महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला फंसता नजर आ रहा है. बाहर सभी नेता एकजुटता की बात कर रहे हैं. लेकिन अंदर सीट को लेकर जबरदस्त खींचातानी मची है. कांग्रेस 60 सीट से नीचे नहीं जाना चाह रही, मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) डिप्टी सीएम की मांग कर रहे. वहीं लेफ्ट पार्टियों भी पिछली बार से ज्यादा सीटों की मांग पर अड़ी हैं.
पिछले एक सप्ताह में तेजस्वी यादव के आवास पर छह बैठक हो चुकी है. 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक लगातार तीन दिन बैठक चली. बैठक में सीएम फेस, डिप्टी सीएम फेस और सीट बंटवारे को लेकर मंथन होता रहा. लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया. 5 अक्टूबर को हुई बैठक में तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, CPI (ML) से कुणाल, CPI से रामनरेश पांडेय, CPI (M) से ललन चौधरी और वीआईपी से मुकेश सहनी शामिल हुए.
लेफ्ट पार्टियों ने की पिछली बार से ज्यादा सीटों की डिमांडइसके बाद तेजस्वी यादव ने 6 अक्टूबर को वाम दलों के साथ वन टू वन बैठक की. भाकपा माले के साथ बैठक में तेजस्वी यादव ने उनको पिछली बार जितनी सीटे ऑफर की. यानी 19 सीट. तर्क दिया कि कांग्रेस और राजद अपनी सीटें घटा रही. इसलिए उनकी सीटें बढ़ा पाना संभव नहीं. लेकिन माले की ओर से 2020 विधानसभा और 2024 लोकसभा चुनाव के स्ट्राइक रेट का हवाला दिया गया. और पार्टी ने कम से कम 25 सीटों की मांग रखी.
वाम खेमे की दूसरी पार्टियां CPI और CPI (M) को राजद की तरफ से 6 और 4 सीटें ऑफर की गई हैं. पिछली बार भी इन पार्टियों को इतनी ही सीटें मिली थीं. CPI के जेनरल सेक्रेट्री डी राजा ने भी तेजस्वी यादव से मुलाकात की है. पार्टी ने राजद को 24 सीटों की लिस्ट सौंपी थी. लेकिन डी राजा ने तेजस्वी से कम से कम 14 सीट देने की बात कही है.
CPI के कोटे की एक सीट पर इस बार कांग्रेस दावेदारी कर रही है. बेगूसराय जिले की बछवाड़ा सीट से CPI के अवधेश राय लगभग 500 वोटों से हारे थे. लेकिन कांग्रेस इस बार ये सीट अपने प्रत्याशी गरीब दास के लिए चाहती है. गरीब दास के पिता रामदेव राय कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से छह बार विधायक रहे हैं.
CPI (M) ने 11 सीटों की लिस्ट सौंपी है. लेकिन उनको भी पिछली बार की तरह 4 सीट ही ऑफर की गई है. मामला उनके कोटे की दो सीटों पर फंसा है.बेगूसराय जिले की मटिहानी से पिछली बार CPI (M) के प्रत्याशी लड़े थे. लेकिन इस बार तेजस्वी नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह के लिए ये सीट चाहते हैं. CPI (M) ने इस सीट के बदले तीन दूसरी सीटों की मांग की है.
सारण जिले की मांझी सीट से CPI (M) के सत्येंद्र यादव सीटिंग विधायक हैं. लेकिन इस बार राजद इस सीट से भोजपुरी सिंगर और एक्टर खेसारी लाल यादव की पत्नी को लड़ाना चाहती है. लेकिन CPI (M) किसी भी हाल में ये सीट छोड़ना नहीं चाहती.
मुकेश सहनी को 14 सीटों का ऑफरमहागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सबसे बड़ा रोड़ा मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी की ओर से आ रही है. सहनी ने शुरुआत में 60 सीटों की लिस्ट राजद को सौंपी थी. साथ में डिप्टी सीएम पद की भी डिमांड थी. सूत्रों के मुताबिक राजद की ओर से उनको 14 सीट ऑफर की गई है. और डिप्टी सीएम पर फिलहाल कोई आश्वासन नहीं दिया गया है. दूसरी तरफ मुकेश सहनी डिप्टी सीएम के साथ-साथ 20 प्लस सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं.
कांग्रेस से बात बनती नजर आ रही!कांग्रेस और राजद के बीच सीट बंटवारे को लेकर अब सहमति बनती नजर आ रही है. कांग्रेस ने राजद को 76 सीटों की लिस्ट सौंपी थी. लेकिन राजद की तरफ से उनको 50-55 सीट का ऑफर दिया गया था. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच बातचीत के बाद कांग्रेस के 55-58 सीटों पर सहमत होने के संकेत मिले हैं.
5 से 7 अक्टूबर तक चली बैठक में महागठबंधन के सभी घटक दलों ने तेजस्वी यादव के सामने अपनी डिमांड रख दी है. अब गेंद तेजस्वी यादव के पाले में है. सीटों की संख्या और अदलाबदली पर आखिरी फैसला तेजस्वी यादव ही करेंगे.
राजद से जुड़े सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव खुद किसी भी हाल में 135 से कम सीट पर लड़ना नहीं चाहते. फिलहाल सूत्रों के मुताबिक, सीट शेयरिंग को लेकर जो फॉर्मूला सामने आ रहा है उसके मुताबिक राजद 135 सीट, कांग्रेस 55-58, CPI (ML) 19 से 22 सीट, CPI 6 सीट, CPI (M) 4 सीट, वीआईपी 14 सीट, पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी 2-3 सीट और जेएमएम 1-2 सीट पर चुनाव लड़ेगी.
कुछ सीटों पर फेंडली फाइट भी संभवभोजपुर की तरारी, पटना की पालीगंज, बेगूसराय जिले की बछवाड़ा और मटिहानी, सारण जिले की मांझी, अमनौर और मधुबनी की हरलाखी सीट पर महागठबंधन के एक से ज्यादा दल अपनी दावेदारी कर रहे हैं. ऐसे में अगर इन सीटों पर समझौता नहीं होता है तो गठबंधन में फ्रेंडली कॉन्टेस्ट दिखने को मिल सकता है.
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