'घुसपैठिए PM-CM चुनेंगे? लालू-राहुल कान खोलकर सुन लें...', अमित शाह का तीखा हमला
Bihar Election: गृह मंत्री Amit Shah ने कहा कि Lalu Prasad Yadav के राज में Seemanchal में जितने भी अवैध धंधे शुरू हुए और घुसपैठियों ने बनाए, उन्हें अगले पांच साल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और NDA की सरकार उखाड़ फेंकेगी.

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान नजदीक आने के साथ चुनावी बयानबाजी भी तेज हो गई है. पूर्णिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला. उन्होंने RJD नेता और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को भी नहीं बख्शा. इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर घुसपैठियों का मुद्दा उठाया.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की अगली सरकार घुसपैठियों को बाहर निकालने पर तेजी से काम करेगी. उन्होंने कहा कि अगले पांच-सालों में उनकी अगली सरकार घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकालेगी.
अमित शाह ने चुनावी सभा के बाद सवाल किया क्या घुसपैठियों को हमारे देश का प्रधानमंत्री या किसी राज्य का मुख्यमंत्री चुनने की इजाजत दी जा सकती है? इंडिया टुडे से जुड़े गौरव सांवत से बात करते हुए अमित शाह ने कहा,
"मैं देश की जनता को कहना चाहता हूं कि किसी भी राज्य का सीएम या देश का पीएम कौन होगा, ये निर्णय जो इस देश के नागरिक नहीं हैं, ऐसे लोग लेंगे क्या? किस तरह से देश सुरक्षित रहेगा? किस तरह से हमारा लोकतंत्र सुरक्षित रहेगा? विपक्ष के लिए (घुसपैठिए) वोट बैंक का मुद्दा है. हमारे लिए हमारे लोकतंत्र की सुरक्षा का और देश की सुरक्षा का मुद्दा है."
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा में राहुल गांधी, लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर बरसते हुए कहा,
"भाइयो-बहनों मुझे बताओ कि हमारी मतदाता सूची से घुसपैठियों को निकालना चाहिए या नहीं निकालना चाहिए? ये राहुल बाबा (राहुल गांधी) और लालू जी कहते हैं कि घुसपैठियों को संभाल कर रखो. लालू प्रसाद यादव और राहुल बाबा दोनों कान खोलकर सुन लें. हम घुसपैठियों को डिटेक्ट करेंगे, मतदाता सूची से डिलीट करेंगे और उनको डिपोर्ट करेंगे. उन्हें अपने देश वापस जाना पड़ेगा. सीमांचल की भूमि पर घुसपैठियों की कोई जगह नहीं रहने वाली है..."
उन्होंने आगे कहा,
"अभी-अभी राहुल बाबा और लालू का बेटा (तेजस्वी यादव) 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' लेकर निकले थे. वे चाहते हैं कि सीमांचल घुसपैठियों का गढ़ बने. मगर सीमांचल वालों, मैं कहकर जाता हूं कि ना केवल सीमांचल (बल्कि) पूरे बिहार से एक-एक घुसपैठिए को हम चुन-चुनकर निकालने का काम करेंगे... ये घुसपैठिए हमारे युवाओं की नौकरी छीनते हैं. हमारे गरीबो के राशन से हिस्सा लेते हैं. और देश को भी असुरक्षित रखते हैं. मैं आज सीमांचल के पूर्णिया में... कहकर जाता हूं कि ना केवल घुसपैठियों को निकालेंगे, बल्कि उन्होंने जो अतिक्रमण किया है, उसे पूरा जमीदोंज करेंगे."
गृह मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि लालू के राज में सीमांचल में जितने भी अवैध धंधे शुरू हुए और घुसपैठियों ने बनाए, उन्हें अगले पांच साल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और NDA की सरकार उखाड़ फेंकेगी.
हालांकि, बिहार की वोटर लिस्ट को साफ-सुथरी बनाने के लिए भारतीय चुनाव आयोग ने (ECI) ने हाल ही में वोटर लिस्ट का स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) किया है. इसमें आधिकारिक तौर पर घुसपैठियों की वोट से जुड़ा कोई रिकॉर्ड चुनाव आयोग ने नहीं दिया है.
SIR में चुनाव आयोग ने पक्के तौर पर खुलासा नहीं किया कि बिहार में कितने घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट में थे, जिन्हें हटाया गया है. बिहार में दूसरे दौर की वोटिंग 11 नवंबर को होगी, जबकि नतीजे 14 नवंबर को जारी किए जाएंगे.
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