कोलकाता नाइट राइडर्स. वो टीम, जिसे शुरुआत में ही शाहरुख खान का नाम मिला और सौरव गांगुली का साथ. जिस टीम के पास दो-दो दिल जीतने वाले स्टार्स हों तो फैन फॉलोइंग तो तोड़ होनी ही थी. लेकिन भर-भरकर फैंस होने के बावजूद शाहरुख की टीम पिछले 13 साल में सिर्फ दो ही खिताब जीत पाई, वो भी गौतम गंभीर की कप्तानी में.
2012 और 2014 के इन दो खिताबों से पहले और बाद फिर कभी इस टीम ने टाइटल नहीं जीता. गौतम गंभीर के जाने के बाद से तो ये टीम कप्तान-कप्तान ही खेल रही है. कभी दिनेश कार्तिक, तो कभी ऑएन मॉर्गन. टीम इधर-उधर देखती दिखती है. इस सीज़न फिर से टीम ऑएन मॉर्गन के कंधों पर खिताब के लिए खेलने जा रही है.
# कैसा रहा बीता सीजन?
कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम पिछले साल प्लेऑफ्स में पहुंचने से नेट रनरेट से चूक गई. KKR ने पिछले सीज़न कुल सात मैच जीते थे. टीम ने पिछले सीज़न कप्तानों की अदला-बदली की थी. पहले सात मैचों में दिनेश कार्तिक और उसके बाद मॉर्गन को कप्तानी दी गई थी. टीम के इस फैसले को लेकर खूब विवाद भी हुआ था.
टीम पिछले सीज़न पावरप्ले में एक अच्छी शुरुआत के लिए भटकती रही. वहीं गेंदबाज़ी में डेथ ओवर्स में खूब रन लुटाए. सुनील नरेल वाला बैटिंग का भी दांव भी पिछली बार चलता नहीं दिखा.

# IPL में KKR
पहले सीज़न दादा सौरव गांगुली को कप्तान बनाने वाली KKR ने अगले सीज़न ब्रैंडम मैक्कलम को कप्तान बना दिया. दाल नहीं गली, तो अगले सीज़न फिर से दादा को कप्तानी दे दी.
शुरुआती तीन सालों में इधर-उधर झांकने के बाद 2011 में टीम को मिली गौतम गंभीर की कप्तानी. यहां से कहानी बदल गई. गौतम ने सात साल में टीम को दो खिताब जिताए, और KKR के सबसे सफल कप्तान बने. 2017 तक KKR ने गौतम गंभीर की कप्तानी पर भरोसा रखा. लेकिन 2018 में टीम ने गंभीर को छोड़ दिनेश कार्तिक को कप्तानी सौंप दी. दो सीज़न कार्तिक को कप्तानी देने के बाद 2020 में आईपीएल के बीच में ही ऑएन मॉर्गन को कप्तान बना दिया गया.
2020 में KKR की टीम. (फाइल फोटो- PTI)
KKR का आईपीएल में अब तक का रिकॉर्ड ऐसा रहा-
2008- छठा नंबर
2009- आठवां नंबर
2010- छठा नंबर
2011- चौथा नंबर
2012- चैंपियन
2013- सातवां नंबर
2014- चैंपियन
2015- पांचवां नंबर
2016- चौथा नंबर
2017- तीसरा नंबर
2018- तीसरा नंबर
2019- पांचवां नंबर
2020- पांचवां नंबर
# ऑक्शन का हाल
KKR की टीम ने इस सीज़न अपने स्टार ऑलराउंडर को वापस खरीद लिया. जी हां, शाकिब उल हसन 3.2 करोड़ में केकेआर के खेमे में गए हैं. उनके अलावा टीम ने मिडिल ऑर्डर के लिए करुण नायर को खरीदा है. बतौर ऑल-राउंडर पवन नेगी भी टीम के साथ जुडे़ हैं.
वहीं हरभजन सिंह ऐसा नाम हैं जिनके लिए ये आखिरी IPL भी हो सकता है. लेकिन हरभजन जैसे अनुभवी स्पिनर को टीम में शामिल करना KKR के काम आ सकता है.

इनके अलावा टीम के पास शैल्डन जैक्सन, वेंकटेश अय्यर और वैभव अरोड़ा जैसे युवा खिलाड़ी आए हैं. ऑक्शन में इस टीम ने अच्छा काम किया है. लेकिन ओपनिंग में ये किसके साथ जाते हैं ये देखना होगा. ऑक्शन के बाद कोलकाता की टीम कुछ इस तरह दिखती है-
KKR Team:
बल्लेबाज
राहुल त्रिपाठी, ऑएन मॉर्गन, दिनेश कार्तिक, गुरकीरत सिंह मान, नितीश राणा, शुभमन गिल, करुण नायर, शेल्डन जैक्सन, टिम सीफर्ट.
ऑलराउंडर
आंद्रे रसल, शिवम मावी, शाकिब उल हसन, पवन नेगी, वेंकटेश अय्यर, बेन कटिंग.
गेंदबाज
वरुण चक्रवर्ती, पैट कमिंस, प्रसिद्ध कृष्णा, कमलेश नागरकोटी, संदीप वारियर, लॉकी फर्ग्युसन, कुलदीप यादव, सुनील नरेन, हरभजन सिंह, वैभव अरोड़ा.
# ताकत
कोलकाता नाइट राइडर्स की सबसे बड़ी ताकत है उनका डेथ ओवर्स में ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करना. IPL 2018 से डेथ ओवरों में इस टीम का 11.16 का रन रेट दूसरा सबसे बेस्ट है. पहले नंबर पर इसमें भी मुंबई इंडियंस ही है.
आंद्रे रसेल. फाइल फोटो
कप्तान ऑएन मॉर्गन, दिनेश कार्तिक और आंद्रे रसेल टीम की बड़ी ताकत हैं. इसके अलावा शाकिब उल हसन की वापसी टीम के लिए वरदान साबित हो सकती है. क्योंकि जो भरोसा सुनील नरेन पर रहा है, वो पिछले दो साल में पूरा होता नहीं दिखा. ऐसे में शाकिब की वापसी से इस टीम का बैलेंस बेहतर हो सकता है.
साथ ही, पहले तीनों मैच चेन्नई की स्पिन फ्रेंडली विकेट पर हैं. ऐसे में शाकिब और वरुण चक्रवर्ती की जोड़ी KKR की बड़ी ताकत बन सकती है.
# कमजोरी
सबसे पहली बात तो साफ-साफ कह दें कि अब जब मॉर्गन को कप्तान बनाया है, तो कम से कम पूरे सीज़न भरोसा कर लेना. दूसरी चीज़ डेथ ओवर्स में इत्ते रन ना लुटाएं जो आईपीएल 2018 से लुटाए जा रहे हैं.
डेथ ओवर्स में इस टीम ने पिछले कुछ साल में लगभग 11 की इकॉनोमी रेट से रन दिए हैं. वहीं पावरप्ले में इन्होंने एक विकेट निकालते हुए 52.64 की एवरेज से रन लुटाए हैं.
इन दोनों पहलुओं पर टीम को काम करना होगा.

# प्लेऑफ के चांस
सारी बातें जान लीं, अब अब इनके प्लेऑफ के चांस क्या कहते हैं, ये भी जान लेते हैं. KKR की टीम पिछले सीज़न कुछ कमियों के बावजूद नेट रनरेट की वजह से क्वालीफायर्स से चूक गई थी. इस बार शाकिब के आने से ये टीम बैलेंस्ड नज़र आ रही है. अगर इस बार अगर ये टीम अपनी गेंदबाज़ी और ओपनिंग की दिक्कत दूर कर ले तो ये प्लेऑफ्स में पहुंच सकती है.
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