पिंक बॉल टेस्ट. इंग्लैंड बनाम भारत. दो एकदम अलग मिजाज की टीमें जिनका पिंक बॉल टेस्ट में रिकॉर्ड लगभग एक जैसा है. इंग्लैंड और भारत दोनों ही अपने देश से बाहर एक भी पिंक बॉल टेस्ट नहीं जीत पाए हैं. दोनों को ही यह हार ट्रांस-तस्मानियन देशों, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में मिली है. इंग्लैंड जहां एडिलेड और ऑकलैंड में हारा है तो वहीं भारत की एडिलेड हार तो हाल ही में आई थी.
तीन पिंक बॉल टेस्ट मैचों में इंग्लैंड का रिकॉर्ड 1-2 है तो वहीं भारत ने अभी तक दो पिंक बॉल टेस्ट खेले हैं. कोलकाता में बांग्लादेश को हराने के बाद टीम इंडिया एडिलेड में बुरी तरह हारी थी. अब 24 फरवरी से अहमदाबाद में शुरू हो रहे पिंक-बॉल टेस्ट में दोनों ही टीमों के पास अपना रिकॉर्ड सुधारने का मौका है.
# दांव पर WTC Final
यह टेस्ट ना सिर्फ रिकॉर्ड सुधारने बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है. न्यूज़ीलैंड पहले ही WTC फाइनल में पहुंच चुका है. दूसरी सीट के लिए ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत के बीच जंग चल रही है. भारत-इंग्लैंड के बीच चल रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर है. यहां से आगे जाने के लिए जो रूट की टीम को बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे. जबकि भारतीय टीम एक जीत और एक ड्रॉ के साथ भी आगे जा सकती है.
बची ऑस्ट्रेलिया. टिम पेन की टीम इंग्लैंड की जीत या सीरीज ड्रॉ होने की प्रार्थना कर रही होगी. अगर इंग्लैंड 2-1 से जीती या सीरीज ड्रॉ रही तो ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाएगी. यानी इंग्लैंड की एक गलती ना सिर्फ उनका बल्कि ऑस्ट्रेलिया का डब्बा भी गोल कर सकती है. ये तो हो गया फाइनल का गणित. अब लौटते हैं अहमदाबाद.
#TeamIndia practice under lights as they gear up for the pink-ball Test at the Cricket Stadium at Motera. 👍👍 @Paytm #INDvENG
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— BCCI (@BCCI) February 22, 2021
बर्मिंघम में वेस्ट इंडीज़ को हराने वाला इंग्लैंड एडिलेड और ऑकलैंड में हार चुका है. 24-28 फरवरी तक मोटेरा में होने वाला मैच उनका चौथा पिंक बॉल डे नाइट टेस्ट होगा. अहमदाबाद का ये स्टेडियम पूरी तरह से नए सिरे से बना है. एक लाख दस हजार की क्षमता वाले स्टेडियम में 50 प्रतिशत दर्शकों को आने की अनुमति दी गई है.
# संभावित बदलाव
मैच के लिए इंग्लैंड के पेसर्स काफी उत्साहित हैं. जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर और स्टुअर्ट ब्रॉड तीनों ही यहां खेलने के लिए बेताब हैं. इंग्लैंड की रोटेशन पॉलिसी को देखते हुए ये देखना दिलचस्प होगा कि अंग्रेज अपने किन पेसर्स के साथ उतरेंगे. इंग्लैंड इस पिच पर चार पेसर्स के साथ भी उतर सकता है. ऐसे में डॉम बेस एक बार फिर बाहर बैठ सकते हैं. इंग्लैंड की बैटिंग में भी कुछ बदलाव संभव हैं. टीम के ओपनर रॉरी बर्न्स की जगह ज़ैक क्रॉली को चांस दिया जा सकता है.
भारतीय टीम के लीड पेसर जसप्रीत बुमराह चेन्नई के दूसरे टेस्ट के रेस्ट के बाद वापस आ चुके हैं. ईशांत शर्मा अपना 100वां टेस्ट खेलने की तैयारी में हैं और उमेश यादव भी पूरी तरह फिट हैं. उमेश ने घर में अपने पिछले 10 टेस्ट मैचों में 48 विकेट लिए हैं.
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि भारतीय टीम इस टेस्ट में बुमराह, ईशांत और उमेश के साथ उतर सकती है. ऐसे में मोहम्मद सिराज को बाहर बैठना होगा. अगर भारत तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरा तो कुलदीप यादव एक बार फिर से बेंच पर बिठाए जा सकते हैं. टीम के बैटिंग ऑर्डर में कोई बदलाव होता नहीं दिख रहा.
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