महेंद्र सिंह धोनी. सारी ICC ट्रॉफीज जीतने वाले इकलौते क्रिकेट कप्तान धोनी के कप्तानी रिकॉर्ड कमाल के हैं. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने बहुत सारे मैच जीते हैं. रिकॉर्ड बनाए हैं और ट्रॉफीज घर लाए हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट के साथ धोनी ने IPL में भी कमाल की कप्तानी की है. कप्तानी के मामले में पूरी दुनिया में धोनी से बेहतर कम ही लोग होंगे.
साथ में वनडे क्रिकेट में उनकी फिनिशिंग एबिलिटी और 10 हजार से ज्यादा रन ये भी बताते हैं कि धोनी लिमिटेड एबिलिटी के साथ कमाल के बल्लेबाज भी रहे हैं. और अपनी इन्हीं स्किल्स के दम पर उन्होंने करोड़ों फ़ैन्स भी बनाए हैं. फ़ैन्स भी ऐसे, जो धोनी के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. लोग कहते हैं कि पॉपुलैरिटी के मामले में सचिन तेंडुलकर के आसपास सिर्फ धोनी ही पहुंच पाए हैं.
# टेनिस खेल लो माही
और जैसा कि हम सब जानते हैं. भारतीय क्रिकेट फ़ैन्स जीतने पर अपने हीरोज को कंधे पर तो उठाते ही हैं, लेकिन हारने पर उनके घर कालिख पोतने भी पहुंच जाते हैं. इस मामले में धोनी थोड़े अलग या यूं कहें कि लकी हैं. धोनी के आलोचक तो हैं लेकिन वो चार पूर्णमासी में कहीं एक बार मुखर हो पाते हैं. और इस पर भी माही फ़ैन्स उन्हें लिंच करने के लिए तैयार दिखते हैं.
तभी तो माही का बल्ला ना चले, विकेट के पीछे गलती हो, तो तुरंत कप्तानी के स्टैट्स उछलने लगते हैं. और अगर बल्ला और ग्लव्स दोनों चल रहे फिर तो ठाठ है ही. और ऐसा ही कुछ आजकल भी हो रहा है. माही वनडे वर्ल्ड कप 2019 के बाद से टीम इंडिया के लिए नहीं खेले. आजकल वो सिर्फ IPL खेलते हैं. सॉरी IPL में कप्तानी करते हैं.
Dhoni dropped inform Bairstow for a duck in the first over, hoping it won’t damage much. #CSKvSRH
— Johns. (@CricCrazyJohns) April 28, 2021
खेलने वाला काम तो कबका खत्म हो चुका है. जी हां. ऐसा हम नहीं आंकड़े कह रहे हैं. थाला धोनी अब बस कप्तान रह गए हैं, उनके अंदर का प्लेयर तो जाने कहां खो गया है. और अफसोस, कि उसे खोजने राजू रस्तोगी और फरहान क़ुरैशी भी नहीं आ रहे. अब इससे पहले कि लोग भड़क जाएं, मैं एक स्टैट फेंकता हूं.
पार्थिव पटेल, धोनी से पहले आए और पहले ही चले गए. पार्थिव ने बीते बरस ही सभी तरह की क्रिकेट को नमस्ते कह दिया था. और उससे पहले हुए IPL2020 में वह एक भी मैच नहीं खेले थे. जबकि धोनी तब भी खेल रहे थे और अब भी खेल रहे हैं. घबराइए मत, रायता और नहीं फैलाऊंगा. पॉइंट पर आता हूं. पार्थिव पटेल और महेंद्र सिंह धोनी की आखिरी IPL फिफ्टी एक ही दिन आई थी. 21 अप्रैल 2019.
और इस दिन के बाद से अब तक में स्वर्णरेखा में जाने कितना पानी बह चुका है. पूरी दुनिया को त्रस्त कर कोविड हमारे साथ सैटल हो चुका है. हम कई महीनों का लॉकडाउन झेल चुके हैं. दाढ़ियां छोटी फिर बड़ी और फिर छोटी हो चुकी हैं. अगर कुछ नहीं हो पाया तो वो है माही से अच्छा प्रदर्शन. पिछले दो IPL सीजन मिलाकर धोनी ने 24 मैचों में 252 रन बनाए हैं.
Dhoni vs Varun
Three inngs
12 balls
10 runs
Three dismissalsVarun is the only bowler to dismiss Dhoni ‘bowled’ thrice in IPL.
— Deepu Narayanan (@deeputalks) September 26, 2021
साल 2020 में उनका ऐवरेज 25 का था तो इस बार 10.40 का चल रहा है. स्ट्राइक रेट की बात करें तो पिछली बार 116 था और अबकी बार 108 का है. ऐसा भी नहीं है कि माही विकेट के आगे ही फेल हो रहे हैं. विकेट के पीछे भी उनका हाल बुरा ही है. कैच टपकाने से लेकर बंप कैच के लिए अपील करने और फिर अंपायर्स से भिड़ने तक. माही ना तो अब कैप्टन कूल रहे. ना वो बैटिंग पावरहाउस जो किसी भी बोलिंग की धज्जियां उड़ा देता था.
और विकेटकीपिंग में भी अब पुराने दिन लौटने लगे हैं, जब वो विकेट के पीछे आसान कैच गिरा देते थे. और फिर प्लेयर्स के गुस्से का शिकार होते थे. बस इस बार के दिनों में ये अंतर है कि अब माही कैच भी गिराते हैं और प्लेयर्स पर चिल्लाते भी हैं. यानी मोटा-मोटी अगर CSK फ़ैन्स का दिल रखने के लिए कहें तो अब बस माही कप्तानी कर रहे.
और अगर बस कप्तानी करनी है तो प्लीज, टेनिस खेलना शुरू कर दो माही. कप्तानी भी कर लोगे और खेलने का प्रेशर भी नहीं रहेगा. क्योंकि वहां नन-प्लेइंग कप्तान भी चल जाता है. और क्रिकेट में सिर्फ कप्तानी के लिए एक माइक ब्रेयरली काफी थे.
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