कार अगर पानी में तैरने लगे तो सावधान हो जाइये वरना कांड हो सकता है
Hydroplaning की सिचुएशन से बचने के लिए स्टीयरिंग पर काबू पाना जरूरी है. यानी कि जब टायर और सड़क का कनेक्शन टूटने लगे, तो एक्सक्लेटर से पैर हटाकर स्पीड कम करें. लेकिन ब्रेक लगाने की गलती न करें. क्योंकि इससे स्थिति और भी खराब हो सकती है.

कई लोगों की आदत होती है कि जहां पानी भरा दिखा, वहां से तेज रफ्तार में गाड़ी निकाली है. क्योंकि पानी उछलेगा, तो मजा आएगा. अक्सर ऐसा लोग करते हैं. कुछ मजे के लिए, तो कुछ जल्दबाजी में पानी वाली जगह से निकलने के लिए. वजह जो भी हो, लेकिन पानी में तेज रफ्तार में गाड़ी चलाना बिल्कुल सुरक्षित नहीं है. क्योंकि इससे Hydroplaning की स्थिति बन सकती है और आपका एक्सीडेंट हो सकता है. वो भी सीरीयस वाला.
दरअसल, Hydroplaning की सिचुएशन में टायर का कनेक्शन सड़क से छूट जाता है, जिससे स्टीयरिंग पर कंट्रोल नहीं रहता. इस स्थिति को Aquaplaning भी कहा जाता है. टायर का कनेक्शन सड़क से ना बनने की वजह से कार पर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है. जिससे एक्सीडेंट होने की संभावना रहती है.
ऐसे में जानते हैं कि हाइड्रोप्लेनिंग की स्थिति से कैसे बचा सकता है. यानी की सेफ ड्राइविंग की कुछ टिप्स पर बात करते हैं.

हाइड्रोप्लेनिंग से बचने के लिए स्टीयरिंग पर काबू पाना जरूरी है. यानी कि जब टायर और सड़क का कनेक्शन टूटने लगे, तो एक्सेलेरेटर से पैर हटाकर स्पीड कम करें. लेकिन पूरा ब्रेक लगाने की गलती न करें. क्योंकि ब्रेक लगाने से कार फिसल सकती है और सिचुएशन काफी खराब हो सकती है. इसलिए जब तक सड़क और टायर के बीच संपर्क महसूस न हो, तब तक स्पीड कम कर कार चलाते रहें.
दूसरी कारों से दूरीअब हाइड्रोप्लेनिंग से कैसे बचना है, वो तो आपने जान लिया. लेकिन जलभराव वाली सड़कों पर आपको दूसरी कारों से भी बचकर चलना है. क्योंकि हम नहीं जानते कि किस कार के टायर हाइड्रोप्लेनिंग का शिकार बन जाए और आपकी कार से टकरा जाएं.
थ्रेड्स और ब्लॉक की जांचटायर के थ्रेड्स और ब्लॉक की नियमित चेकिंग कराएं. क्योंकि टायर अगर फिसलेंगे, तो कार पर कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है. इसके अलावा सेफ ड्राइविंग के लिए हमेशा बढ़िया ग्रिप और ब्लॉक वाले अच्छी क्वालिटी के टायर का इस्तेमाल करें.
हेडलाइटबारिश में ड्राइव करते समय हेडलाइट और वाइपर्स हमेशा ऑन रखें. क्योंकि इससे विजिबिलिटी बेहतर होगी और आप सुरक्षित ड्राइविंग कर पाएंगे. ध्यान रहें कि इस दौरान हजार्ड लाइट्स का इस्तेमाल न करें. क्योंकि इससे दुर्घटना हो सकती है.
ये तो हुई मोटा-माटी बातें. लेकिन कुछ बातों का ध्यान हमें भी रखना है. जैसे कि कहीं पानी भरा है, तो उस जगह तेज रफ्तार में गाड़ी नहीं चलानी है. अंडरपास में कहीं पानी भरा है, तो वहां से गाड़ी निकालने की नहीं सोचनी है. पेड़ के नीचे या किसी इमारत के नीचे कार पार्क नहीं करनी है. क्योंकि आंधी में कार को नुकसान पहुंच सकता है.
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