
केतन बुकरैत
ये हैं केतन. फैन हैं. शाहरुख के नहीं. सलमान के भी नहीं. उनके जिनसे सिनेमा को भरपूर मान मिला. पीयूष मिश्रा, अनुराग कश्यप और तिग्मांशु धूलिया. इसी क्रम में. धार्मिक आदमी हैं. भगवान को मानते हैं. सचिन सचिन का जाप करते हैं. कर्मठ व्यक्ति हैं. श्रम का महत्व समझते हैं. इसलिए उसे बचाकर खर्च करते हैं. वीरू सहस्रबुद्धे वाला जीन है. शर्ट की बटनें नहीं लगाते. बस टीशर्ट के ऊपर दुशाले की तरह ओढ़ लेते हैं. सरपंच से कैरम में जीतना इनकी जिंदगी का एक्कै मकसद है. कहना न होगा, अब तक पूरा न हो पाया. पंचलाइन भी है. 84 में कहां थे. फेसबुक पर गालियां बहुत लिखते हैं. मगर जब कोई इनबॉक्स में आकर कहता है, आप अच्छा लिखते हैं. तो शर्माकर नीले हो जाते हैं. देखते टी20 हैं. मगर काम की रफ्तार टेस्ट मैच वाली है. ये कभी दाढ़ी बनाकर चिकना हुआ तो पक्का नकटउरा वाली गाली बकती चाची लगेगा.
भैरंट
जब युवराज की फील्डिंग ने साउथ अफ़्रीका को चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर किया था
इंडियन क्रिकेट दो भागों में बांटा जा सकता है. एक वो जहां इंडिया कब जीतते जीतते हार जाए, भरोसा नहीं था. जब सचिन आउट तो इंडिया आउट. जब टेल-एंडर को 1 ओवर में 2 रन बनाने होते थे तब भी जीतने का भरोसा नहीं रहता था. फिर दूसरे भाग की शुरुआत हुई. कोच जॉन राइट … और पढ़ें जब युवराज की फील्डिंग ने साउथ अफ़्रीका को चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर किया था
जब युवराज की फील्डिंग ने साउथ अफ़्रीका को चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर किया था
इंडियन क्रिकेट दो भागों में बांटा जा सकता है. एक वो जहां इंडिया कब जीतते जीतते हार जाए, भरोसा नहीं था. जब सचिन आउट तो इंडिया आउट. जब टेल-एंडर को 1 ओवर में 2 रन बनाने होते थे तब भी जीतने का भरोसा नहीं रहता था. फिर दूसरे भाग की शुरुआत हुई. कोच जॉन राइट … और पढ़ें जब युवराज की फील्डिंग ने साउथ अफ़्रीका को चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर किया था
न्यूज़
राम रहीम ने ही बनाया था वो खेल, जिसमें इंडिया ओलंपिक के सारे मेडल जीत लाता!
रंजीत सिंह मर्डर केस में दोषी पाए गए गुरमीत राम रहीम को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. उसके अलावा 4 अन्य दोषियों को भी यही सजा दी गई है. इनके नाम हैं जसबीर, सबदिल, इंदर सेन, अवतार और किशन लाल. इंदर सेन की 2020 में मौत हो गई थी. बाकी 4 दोषियों … और पढ़ें राम रहीम ने ही बनाया था वो खेल, जिसमें इंडिया ओलंपिक के सारे मेडल जीत लाता!
राम रहीम ने ही बनाया था वो खेल, जिसमें इंडिया ओलंपिक के सारे मेडल जीत लाता!
रंजीत सिंह मर्डर केस में दोषी पाए गए गुरमीत राम रहीम को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. उसके अलावा 4 अन्य दोषियों को भी यही सजा दी गई है. इनके नाम हैं जसबीर, सबदिल, इंदर सेन, अवतार और किशन लाल. इंदर सेन की 2020 में मौत हो गई थी. बाकी 4 दोषियों … और पढ़ें राम रहीम ने ही बनाया था वो खेल, जिसमें इंडिया ओलंपिक के सारे मेडल जीत लाता!
भैरंट
श्रीनाथ, जिन्हें रिटायर होने के बाद वर्ल्ड कप के लिए बुलाया
6 दिसंबर 1991. वेस्ट इंडीज़ वर्सेज़ इंडिया. पर्थ, ऑस्ट्रेलिया. नया-नया बैट्समैन क्रीज़ पर था. कीथ ऐर्थरटन. वेस्ट इंडीज़ की हालत विकट थी. 55 रन पर 4 विकेट जा चुके थे. पिछली ही गेंद पर कार्ल हूपर निपट चुके थे. हालांकि अज़हर की कप्तानी में खेल रही टीम इंडिया ने भी टार्गेट मामूली सा ही दिया … और पढ़ें श्रीनाथ, जिन्हें रिटायर होने के बाद वर्ल्ड कप के लिए बुलाया
श्रीनाथ, जिन्हें रिटायर होने के बाद वर्ल्ड कप के लिए बुलाया
6 दिसंबर 1991. वेस्ट इंडीज़ वर्सेज़ इंडिया. पर्थ, ऑस्ट्रेलिया. नया-नया बैट्समैन क्रीज़ पर था. कीथ ऐर्थरटन. वेस्ट इंडीज़ की हालत विकट थी. 55 रन पर 4 विकेट जा चुके थे. पिछली ही गेंद पर कार्ल हूपर निपट चुके थे. हालांकि अज़हर की कप्तानी में खेल रही टीम इंडिया ने भी टार्गेट मामूली सा ही दिया … और पढ़ें श्रीनाथ, जिन्हें रिटायर होने के बाद वर्ल्ड कप के लिए बुलाया
भैरंट
क्या कभी सचिन, गांगुली और द्रविड़ ने एक साथ सेंचुरी मारी है?
26 अगस्त 2002. लीड्स, इंग्लैंड. एक ठंडा दिन लेकिन बाकी दिनों की तुलना में कुछ गर्म. अनिल कुंबले. लंबी टांगें, लंबी बाहें, फ्रेंच कट दाढ़ी के साथ एक तेज़ गेंद फेंकते हैं. बिहार-झारखंड में ऐसी गेंदों को भर्री के नाम से जाना जाता है. बैटिंग पर एंड्रू कैडिक. कैडिक के पैरों के ठीक आगे गेंद … और पढ़ें क्या कभी सचिन, गांगुली और द्रविड़ ने एक साथ सेंचुरी मारी है?
क्या कभी सचिन, गांगुली और द्रविड़ ने एक साथ सेंचुरी मारी है?
26 अगस्त 2002. लीड्स, इंग्लैंड. एक ठंडा दिन लेकिन बाकी दिनों की तुलना में कुछ गर्म. अनिल कुंबले. लंबी टांगें, लंबी बाहें, फ्रेंच कट दाढ़ी के साथ एक तेज़ गेंद फेंकते हैं. बिहार-झारखंड में ऐसी गेंदों को भर्री के नाम से जाना जाता है. बैटिंग पर एंड्रू कैडिक. कैडिक के पैरों के ठीक आगे गेंद … और पढ़ें क्या कभी सचिन, गांगुली और द्रविड़ ने एक साथ सेंचुरी मारी है?
भैरंट
धोनी का जाना क्यों भारतीय क्रिकेट के लिए हल्की बात नहीं थी?
माही को अपने बूट टांगे एक साल हो गया. बीते कुछ समय के सारे मज़ाक, सारी घुड़कियों, सारे तंज़ों को एक तरफ रख कह रहा हूं कि ये कोई छोटा मौका नहीं है. धोनी का जाना, धोनी के आने से बड़ी घटना थी. क्यूंकि उस इंसान का इम्पैक्ट बहुत बड़ा था. पिछले ठीक-ठाक समय से … और पढ़ें धोनी का जाना क्यों भारतीय क्रिकेट के लिए हल्की बात नहीं थी?
धोनी का जाना क्यों भारतीय क्रिकेट के लिए हल्की बात नहीं थी?
माही को अपने बूट टांगे एक साल हो गया. बीते कुछ समय के सारे मज़ाक, सारी घुड़कियों, सारे तंज़ों को एक तरफ रख कह रहा हूं कि ये कोई छोटा मौका नहीं है. धोनी का जाना, धोनी के आने से बड़ी घटना थी. क्यूंकि उस इंसान का इम्पैक्ट बहुत बड़ा था. पिछले ठीक-ठाक समय से … और पढ़ें धोनी का जाना क्यों भारतीय क्रिकेट के लिए हल्की बात नहीं थी?
भैरंट
आज के दिन क्रिकेट के 2 सबसे बड़े फै़न्स पैदा हुए थे
हर्षा भोगले. IIM अहमदाबाद से ग्रेजुएट तेज़ दिमाग क्रिकेट फैन. वो जिसे नंबरों, स्टैट्स से प्यार था. प्रेज़ेन्टेशन देना और बातें कहते जाना जिसे तोहफ़े में मिला हुआ था. एकेडेमिक बैकग्राउंड लेकिन दिल में बसा था क्रिकेट. 1990 में P&G की नौकरी छोड़ दी. पटरी बदल ली. उन्हें अपना ट्रैक मालूम था. उनका ट्रैक बाईस गज … और पढ़ें आज के दिन क्रिकेट के 2 सबसे बड़े फै़न्स पैदा हुए थे
आज के दिन क्रिकेट के 2 सबसे बड़े फै़न्स पैदा हुए थे
हर्षा भोगले. IIM अहमदाबाद से ग्रेजुएट तेज़ दिमाग क्रिकेट फैन. वो जिसे नंबरों, स्टैट्स से प्यार था. प्रेज़ेन्टेशन देना और बातें कहते जाना जिसे तोहफ़े में मिला हुआ था. एकेडेमिक बैकग्राउंड लेकिन दिल में बसा था क्रिकेट. 1990 में P&G की नौकरी छोड़ दी. पटरी बदल ली. उन्हें अपना ट्रैक मालूम था. उनका ट्रैक बाईस गज … और पढ़ें आज के दिन क्रिकेट के 2 सबसे बड़े फै़न्स पैदा हुए थे
भैरंट
आज ही के दिन लॉर्ड्स में जब गांगुली ने टीशर्ट उतारी थी, वजह एक बस ड्राइवर था
टीम इंडिया खुद के साथ एक उलझन ले के चल रही थी. अच्छा होकर भी उतना अच्छा न होने की, कि आप ट्रॉफी उठा पाएं. बात है आज ही के दिन, 2002 की. 13 जुलाई 2002. सौरव गांगुली के ‘मेन इन ब्लू’ एक और फाइनल खेलने जा रहे थे. उनके रजिस्टर में पिछली लगातार 9 … और पढ़ें आज ही के दिन लॉर्ड्स में जब गांगुली ने टीशर्ट उतारी थी, वजह एक बस ड्राइवर था
आज ही के दिन लॉर्ड्स में जब गांगुली ने टीशर्ट उतारी थी, वजह एक बस ड्राइवर था
टीम इंडिया खुद के साथ एक उलझन ले के चल रही थी. अच्छा होकर भी उतना अच्छा न होने की, कि आप ट्रॉफी उठा पाएं. बात है आज ही के दिन, 2002 की. 13 जुलाई 2002. सौरव गांगुली के ‘मेन इन ब्लू’ एक और फाइनल खेलने जा रहे थे. उनके रजिस्टर में पिछली लगातार 9 … और पढ़ें आज ही के दिन लॉर्ड्स में जब गांगुली ने टीशर्ट उतारी थी, वजह एक बस ड्राइवर था
भैरंट
सौरव गांगुली की दादागिरी के पांच किस्से
8 जुलाई 1972. कलकत्ता में चंडीदास गांगुली और निरूपा गांगुली को दूसरा बेटा हुआ. नाम रखा गया सौरव चंडीदास गांगुली. आगे चलकर जिसे कलकत्ता का प्रिंस, ऑफ़ साइड का भगवान और दादा कहा गया. खिलाड़ी ऐसा कि इंडिया के लिए पहला मैच खेला तो सीधे लॉर्ड्स पर. और पहले ही मैच में सेंचुरी जमा दी. … और पढ़ें सौरव गांगुली की दादागिरी के पांच किस्से
सौरव गांगुली की दादागिरी के पांच किस्से
8 जुलाई 1972. कलकत्ता में चंडीदास गांगुली और निरूपा गांगुली को दूसरा बेटा हुआ. नाम रखा गया सौरव चंडीदास गांगुली. आगे चलकर जिसे कलकत्ता का प्रिंस, ऑफ़ साइड का भगवान और दादा कहा गया. खिलाड़ी ऐसा कि इंडिया के लिए पहला मैच खेला तो सीधे लॉर्ड्स पर. और पहले ही मैच में सेंचुरी जमा दी. … और पढ़ें सौरव गांगुली की दादागिरी के पांच किस्से
भैरंट
धोनी वो बाप है, जिसने बच्चे की साइकिल छोड़ दी है और गुमान से खड़ा है
एम एस धोनी. पहली बार जब सेंचुरी मारी थी, तो पाकिस्तान को तहस-नहस कर दिया था. पाकिस्तानी बॉलर्स को ऐसा मारा था जैसे हफ़्ते भर पहले उन सबने मिलकर धोनी की भैंस खोल ली हो. ऐसा जैसे दुश्मनी निकाल रहा हो. वो जहां से आता है, वहां होता भी असल में ऐसा ही है. वहां … और पढ़ें धोनी वो बाप है, जिसने बच्चे की साइकिल छोड़ दी है और गुमान से खड़ा है
धोनी वो बाप है, जिसने बच्चे की साइकिल छोड़ दी है और गुमान से खड़ा है
एम एस धोनी. पहली बार जब सेंचुरी मारी थी, तो पाकिस्तान को तहस-नहस कर दिया था. पाकिस्तानी बॉलर्स को ऐसा मारा था जैसे हफ़्ते भर पहले उन सबने मिलकर धोनी की भैंस खोल ली हो. ऐसा जैसे दुश्मनी निकाल रहा हो. वो जहां से आता है, वहां होता भी असल में ऐसा ही है. वहां … और पढ़ें धोनी वो बाप है, जिसने बच्चे की साइकिल छोड़ दी है और गुमान से खड़ा है
भैरंट
जब कपिल देव ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद वेस्ट इंडीज़ टीम से शराब उधार मांगकर जश्न मनाया
1982 में एशियन गेम्स हुए और यही वो साल था जब भारत में रंगीन टीवी सेट्स आए थे. एक साल बाद ही यानी 1983 में देश ने कपिल देव को लॉर्ड्स में वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाये देखा. तारीख – 25 जून. ये वो घटना थी जिसने भारतीय क्रिकेट को दो हिस्सों में बांट कर रख … और पढ़ें जब कपिल देव ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद वेस्ट इंडीज़ टीम से शराब उधार मांगकर जश्न मनाया
जब कपिल देव ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद वेस्ट इंडीज़ टीम से शराब उधार मांगकर जश्न मनाया
1982 में एशियन गेम्स हुए और यही वो साल था जब भारत में रंगीन टीवी सेट्स आए थे. एक साल बाद ही यानी 1983 में देश ने कपिल देव को लॉर्ड्स में वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाये देखा. तारीख – 25 जून. ये वो घटना थी जिसने भारतीय क्रिकेट को दो हिस्सों में बांट कर रख … और पढ़ें जब कपिल देव ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद वेस्ट इंडीज़ टीम से शराब उधार मांगकर जश्न मनाया