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ड्रूज कौन हैं जिनके लिए इजरायल की सेना सीरिया में घुसी, भीषण लड़ाई के बाद कैसे हुआ सीजफायर?

Sweida Druze And Bedouin Clash: ड्रूज लोगों की रक्षा करने के नाम पर इजरायल इस संघर्ष में कूद पड़ा. सीरिया पर उसने कई हमले किए और कहा कि ड्रूज लोगों पर किसी तरह के संकट पर इजरायल और तेज हमले करेगा. अब इस मामले में नया अपडेट आया है.

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इजरायल ने सीरियाई सैनिकों को स्वेदा शहर तक जाने की मंजूरी दी है. (फोटो- AP)

इजरायल और सीरिया युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं (Israel and Syria agree ceasefire). सीरिया में अमेरिका के विशेष दूत टॉम बैरक ने इसकी जानकारी दी है. युद्ध विराम की घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब सीरिया के दक्षिण क्षेत्र में ड्रूज और बेडौइन समुदायों के बीच संघर्ष में करीब 300 लोग मारे गए हैं.

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टॉम बैरक तुर्की में अमेरिकी राजदूत और सीरिया के लिए विशेष दूत हैं. युद्ध विराम की घोषणा करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर लिखा,

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो की मदद से युद्ध विराम पर सहमत हो गए. तुर्की, जॉर्डन और उनके अन्य पड़ोसी देशों ने इस युद्धविराम का समर्थन किया है. हम ड्रूज, बेडौइन और सुन्नी समुदायों से आह्वान करते हैं कि वे भी अपने हथियार डाल दें. साथ ही, अन्य अल्पसंख्यकों और अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर एक नई और एकजुट सीरियाई पहचान का निर्माण करें.

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टॉम बैरक ने युद्ध विराम की घोषणा की.

फिलहाल इजरायल या सीरिया की तरफ से टॉम बैरक के इस बयान पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की ख़बर के मुताबिक़, शुक्रवार, 18 जुलाई को इजरायली अधिकारियों ने सीरियाई सेना को अगले दो दिनों के लिए स्वेदा इलाके में जाने दिया है.

18 जुलाई को ही सीरियाई राष्ट्रपति ने कहा कि अधिकारी सीरिया के दक्षिणी क्षेत्र में एक बल तैनात करेंगे. जो संघर्षों को सुलझाने के लिए समर्पित होगा. और स्थिरता बहाल करने और हिंसा रोकने के लिए राजनीतिक और सुरक्षा उपायों के साथ को-ऑर्डिनेट करेगा.

क्या है मामला?

सीरिया के दक्षिणी छोर पर एक राज्य है, स्वेदा. यहां ड्रूज समुदाय की बड़ी आबादी रहती है. ड्रूज इस्लाम से ही निकली एक शाखा है, जिसकी अपनी अलग धार्मिक मान्यताएं और परंपराएं हैं. ये न पूरी तरह से इस्लामी हैं, न यहूदी और न ही ईसाई. बीते दिनों इन ड्रूज लड़ाकों की एक स्थानीय सुन्नी संगठन के साथ झड़प हो गई, जिसे शांत करने के लिए सीरिया की सरकारी सेना को इलाके में भेजा गया.

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लेकिन आरोप है कि शांति बहाल करने गई सेना वहां ड्रूज लड़ाकों से ही भिड़ गई. दोनों में जमकर झड़प हुई. बाद में ड्रूज लोगों की रक्षा करने के नाम पर इजरायल इस संघर्ष में कूद पड़ा. सीरिया पर उसने कई हमले किए और कहा कि ड्रूज लोगों पर किसी तरह के संकट पर इजरायल और तेज हमले करेगा.

इसके बाद बुधवार, 16 जुलाई को इजराइल ने सीरिया पर हवाई हमले शुरू कर दिये. इजरायल ने कहा कि इन हमलों का मकसद अरब धार्मिक अल्पसंख्यक ड्रूज की रक्षा करना था. इजरायल के हवाई हमलों में सीरिया की कई सरकारी इमारतें निशाना बनीं. सीरियाई अधिकारियों ने कई लोगों के मारे जाने की बात कही. बाद में खुद सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा ने कहा कि सीरियाई सेना ने स्वेदा से वापसी शुरू कर दी है.

वीडियो: दुनियादारी: सीरिया पर हमले क्यों कर रहा इज़रायल? ड्रूज और बदू कबीले का क्या संघर्ष है?

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