फिल्म 'तलवार' और 'तुम्बाड' के अलग सीन्स में इरफान और सोहम.
इरफान नहीं रहे. 29 अप्रैल की सुबह मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में उनकी डेथ हो चुकी है. दोपहर को वर्सोवा के कब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार हुआ. वो 53 साल के थे. पिछले दो साल से न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर नाम के रेयर कैंसर से परेशान चल रहे थे. लंदन से इलाज कराके लौटे. 'अंग्रेज़ी मीडियम' की शूटिंग पूरी की. 28 अप्रैल को अचानक से खबर आती है कि इरफान को अफरातफरी में अस्पताल पहुंचाया गया. कोलन इन्फेक्शन की वजह से. ठीक अगले दिन वो खत्म हो गए. हम भले कितनी भी बार ये इरफान के मौत की खबर आपको सुना दें लेकिन सच्चाई ये है कि इस चीज़ को हम खुद अभी तक प्रोसेस नहीं कर पाए हैं. बहरहाल, हम उन लोगों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं, जो इरफान को जानते थे. पर्सनली या प्रोफेशनली. हमने बात की एक्टर सोहम शाह से. 'तुम्बाड' फेम सोहम शाह से.

सोहम ने इरफान के साथ मेघना गुलज़ार की फिल्म 'तलवार' में काम किया था. ये फिल्म आरुषि-हेमराज हत्याकाण्ड पर बेस्ड थी. इरफान बने थे सीडीआई (फिल्मी सीबीआई) के जॉइंट-डायरेक्टर और सोहम ने उनके मातहत एसीपी वेदांत मिश्रा का रोल किया था. सोहम इरफान के बारे में बात करते वक्त एक चीज़ कई बार कहते हैं. उनके मुताबिक-
'इरफान साहब बड़े विटी और मज़ाकिया नेचर के आदमी थे. लोगों ने उन्हें हमेशा पता नहीं क्यों बहुत सीरियस पर्सनैलिटी समझा.'
फिल्म 'द लंचबॉक्स' में साजन फर्नांडिज़ के किरदार में इरफान.सोहम और इरफान की पहली मुलाकात फिल्ममेकर रितेश बत्रा की पार्टी में हुई थी. वो 'द लंचबॉक्स' की सक्सेस पार्टी थी. उसी साल (2013) में सोहम की क्रिटिकली अक्लेम्ड 'शिप ऑफ थिसियस' भी रिलीज़ हुई थी. इरफान कहते हैं वो इरफान को एक्टिंग का भगवान मानते हैं. जब पहली बार मिले, तो स्टारस्ट्रक हो गए. उनके पास गए और पूछा-
'कैसे करते हैं सर?'
इसके जवाब में इरफान ने जो कहा कि वो बात सोहम के दिमाग में छप गई. इरफान ने कहा-
''यार सोहम हम सब खोज ही रहे हैं, ज़िंदगी में यार.''
''फिल्म में एक सीन है, जहां इरफान का कैरेक्टर मुझे पेपर वेट फेंककर मारता है. वो पेपरवेट असली था. इसलिए इरफान चिंतित थे. उन्होंने सीन शूट होने से पहले कई बार मुझे कहा कि सोहम ध्यान रखना कहीं चोट न लगे. शूट शुरू हुआ. उन्होंने पेपर वेट फेंका. मैं बच गया लेकिन उससे सामने लगा शीशा टूट गया. वो फौरन पास आए और मेरा हाल-चाल लिया.''
इरफान और सोहम के बीच एक कनेक्शन ये भी था कि दोनों राजस्थान से आते हैं. इरफान का घर जहां टोंक जिले में पड़ता है, वहीं सोहम श्री गंगानगर से आते हैं. जब दोनों ने एक साथ फिल्म की तो संबंध फैन से को-स्टार वाला हो गया. सोहम कहते हैं इरफान अपने को-एक्टर्स की बड़ी परवाह करते हैं. क्योंकि इनसिक्योरिटी नहीं थी उनमें. बकौल सोहम-
फिल्म तलवार के एक सीन में शिशिर शर्मा, इरफान और सोहम.लोग इरफान के प्रोसेस के पीछे भागते हैं. कि वो आदमी ऐसी क्या तैयारी करता है, जो स्क्रीन पर जादू कर देता है. सोहम में भी ये जानने की ललक थी. लेकिन 'तलवार' में काम करने के बाद उन्हें ये बात समझ आई कि इरफान का काम करने का जो तरीका है, वो सिर्फ इरफान ही कर सकते हैं. इसके बाद सोहम जब भी अपने घर जाते. इरफान उन्हें अपने घर बुलाते. दोनों पतंग उड़ाते. इरफान को पतंग उड़ाने और क्रिकेट खेलने का शौक बचपन से ही था. 'है' कब 'था' में बदल गया पता ही नहीं चला.
एक बार 'तुम्बाड' की शूटिंग के बाद सोहम फ्लाइट से जयपुर आ रहे थे. उस फ्लाइट में उन्हें इरफान भी मिल गए. उन्होंने 'तुम्बाड' का रफ कट दिखाया. इरफान उसे देखकर बहुत इंप्रेस हुए. ये सोहम और इरफान की आखिरी मुलाकात थी. फिल्म 'तलवार' का ट्रेलर आप यहां देख सकते हैं. जिस सीन का ऊपर हमने ज़िक्र किया, वो 1:56 सेकंड पर आता है-
वीडियो देखें: इरफ़ान का वो इंटरव्यू जिसमें पत्नी, बच्चे और उनके बचपन का प्यारा किस्सा मौजूद है