ये पूर्व मंत्री हैं और लौरिया विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं. नाम है विनय बिहारी. आप न जानते होंगे पर बिहार वाले खूब पहचानते हैं, बिहार की जीतनराम मांझी सरकार में कला व संस्कृति मंत्री रहे हैं. जब मंत्री बने थे तो इनके साथ एक बड़ा इंसीडेंट हुआ था. कुर्की-जब्ती और गिरफ्तारी का वारंट जारी होने की खबर आई थी, क्यों? क्योंकि इन पर अश्लील गाना लिखने का एक पुराना मामला था. पता लगा कोर्ट की निगाह में तो ये फरार भी चल रहे थे, जब उनसे पूछा गया था तो बोले हमें ऐसे किसी मुकदमे का रता-पता नहीं. इस बात से आपको ये भी पता चल गया होगा कि वो कलाकार आदमी हैं और गाने भी लिखते हैं. भोजपुरी फिल्मों और एलबम्स में भी खूब दिखे हैं. खैर वर्तमान पर लोटिए, सॉरी लौटिए. गुरुवार को बिहार विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन विनय बिहारी विधानसभा के आगे लोटते नजर आए. विधायक जी केवल बनियान और हाफ पैंट पहिने थे. छूंछे गोड़े थे, चप्पल तक नहीं, पेट में कागज और गले में आईकार्ड लटकाए साष्टांग दंडवत रेंगते विधानसभा पहुंचे.
वो घर से ही ऐसे चले थे और विधानसभा पहुंचने तक उनके घुटने और हाथ छिल गए थे. खून भी निकल रहा था.

इसकी वजह ये थी कि विनय बिहारी के विधानसभा क्षेत्र माने के लौरिया में सड़कों की हालत बहुत बुरी है. इस चीज को लेकर वो बहुत दिनों से विरोध कर रहे हैं. पिछले साल उन्होंने अपना कुर्ता नितिन गडकरी और पैजामा नीतीश कुमार को दे दिया था और ये सौगंध ली कि जब तक उनके इलाके में सड़क नहीं बन जाती, कुर्ता पैजामा नहीं पहनेंगे. पूरे शीतकालीन सत्र के दौरान वो बस बनियान और हाफ पैंट में नजर आए थे. गुरूवार को विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन था तो फिर सड़क के लिए वो बनियान और हाफ पैंट में दंडवत करते चले आए. कहा कि नीतीश कुमार ने वादा करके भी सड़क नहीं बनाई. वैसे अगर उनका कहना सही है तो ये बहुत बुरी बात है. एक विधायक अपनी एड़ी चोटी का जोर लगाकर भी सड़क नहीं बनवा पा रहा है. तो आम आदमी की कौन ही सुनेगा. दूसरे ये कि अगर सड़क बनवाने के लिए कहीं का विधायक इतना ज्यादा जुटा है तो ऐसा विधायक सबको मिले. जनता तरफ से, जनता की मुश्किलों के लिए ऐसा कौन ही करता है.
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