होली हो दिवाली हो ये महादेश एक काम जबर करता है. ख़रीदारी. पूरे मन से ख़रीदारी करते हैं हम. और ख़रीदने में हम सिर्फ़ तीन सनातन नियमों का पालन करते हैं. पहला, एक के साथ एक फ़्री. दूसरा, सेल...सेल...सेल... तीसरा, फ़्री वाला आइटम देख कर साथ का आइटम ख़रीद लो. कुल मिला जुलाकर दाम अगर सबसे कम हो तो जनता टूट पड़ती है. जनता कहीं की भी हो, ऐसे ही चलती है. लेकिन हमारे यहां अगर दो पैसा कम का सामान दिखे तो लूट हो जाती है.
Amazon और Flipkart से कुछ भी ख़रीदने से पहले ये ज़रूर पढ़ लीजिए
महाधमाके वाली सेल में आपका फ़ायदा और ज़्यादा बढ़ जाएगा


दाम दाम की लूट है, लूट सके तो लूट
Amazon और Flipkart जैसे डिजिटल बाज़ार हमारे ख़रीदने के नियम हमसे अच्छी तरह जानते हैं. हर साल जब भी दो से तीन दिन की छुट्टियां होती हैं डिजिटल बाज़ारों में महासेल लगती है. फलाना सेल, ढिकाना सेल, सेल पर सेल ...
सेल मतलब जो सामान आप कई दिनों से मोक्ष की तरह खोज रहे थे वो अब पहले से कम दाम में मौजूद है. कोई मोबाइल पहले आपकी रेंज से बाहर था. अब आपकी पहुंच में है. 15 हज़ार का मोबाइल, Sale में सिर्फ़ 13 हज़ार 999 का. हालांकि सवाल ये भी है कि 5 हज़ार जेब में रख के मोबाइल ढूंढ रहे इंसान का बजट अचानक 13 हज़ार 999 कैसे पहुंच जाता है. ये बेसिकली बाज़ार की एक पुचकार होती है कि बेटा थोड़ा मैं नीचे आया हूं, थोड़ा तू भी तो ऊपर बढ़. कब तक पुराना फोन थामे दोस्तों के बीच एम्बैरेस होता रहेगा.

सब खेल है बाज़ार का
# लेकिन अब बड़ा सवाल
सवाल ये है कि क्या वाक़ई कंपनियां 'सेल' में अपने दाम कम कर देती हैं? कुछ पर्सेंट ऑफ़ या up to off के चक्कर में क्या हमें वैसे ही पिल पड़ना चाहिए जैसे कंपनियां चाहती हैं. ये सब कैसे पता चलेगा. जो मोबाइल आज आपको विद ऑफर 13 हज़ार 999 का दिख रहा है वो कल कितने का था. जब ये मोबाइल मार्केट में आया से लेकर आज तक, जब आप इसे ख़रीदने का मूड बना रहे हैं तब तक इस मोबाइल या प्रोडक्ट की प्राइसिंग कितनी रही है. कब कम हुई, कब ज़्यादा हुई?
हम बता रहे हैं कि कैसे आप ये सारे सवाल जांच सकते हैं. ये सारे सवाल बाज़ार में हैं, तो इनके जवाब भी बाज़ार में ही हैं. और अगर आपने ये टेक्नीक सीख ली तो आप भी उन लोगों में शामिल हो जाएंगे जो होली, दिवाली, 15 अगस्त को होने वाली सेल में दोनों हाथों से फ़ायदा लूटते हैं.

दुनिया है बाज़ार की भूखी और बाज़ार है दुनिया का भूखा
# कैसे पता करें?
एक्सटेंशन. एक शब्द है. इंटरनेट पर मौजूद रहता है. आपके वेब ब्राउज़र में फ़ीचर जुड़ जाता है तो बन गया ब्राउज़र का एक्सटेंशन. ऐसे ही कुछ एक्सटेंशन इंटरनेट पर मौजूद हैं जिसे अगर आपने अपने ब्राउज़र में जोड़ लिया तो जैसे ही आप कोई Amazon या Flipkart पर कोई सामान देखेंगे तो आपके हर सवाल का जवाब मिल जाएगा.
जैसे एक एक्सटेंशन है buyhatke!
ये वेबसाइट भी है और इसका एक्सटेंशन भी है. ये वेबसाइट बताती है कि आप जो सामान ख़रीदने जा रहे हैं उसका दाम अलग-अलग वेबसाइट पर कितना है. Price वेरिएशन के साथ जो सबसे मज़ेदार फ़ीचर है वो है आपके प्रोडक्ट का पूरा इतिहास. इसका मतलब कि जब आप ये एक्सटेंशन अपने ब्राउज़र पर जोड़ लेंगे तो जैसे ही आप Amazon या Flipkart पर जाएंगे तो आपकी कम्प्यूटर स्क्रीन के बगल में एक चार्ट बनकर आएगा.
हम यहां एक साइट की बात कर रहे हैं लेकिन इंटरनेट पर ऐसी कई और साइट्स मौजूद हैं. लेकिन हमने buyhatke का यूज किया है तो उसी के बारे में बता रहे हैं. एक बार इस Extension को ऐड करने के बाद इसपर कई फ़ीचर आपको दिखाई देंगे.
ये एक्सटेंशन ये भी बताता है कि आने वाले टाइम में फलाने प्रोडक्ट का दाम कितना गिर सकता है. मतलब prediction. आप अपने बजट के हिसाब से अलर्ट सेट कर सकते हैं. जब प्रोडक्ट आपके बजट में आ जाएगा तब आपको नोटिफिकेशन आ जाएगा. इस तरह के एक्सटेंशन आपको इस प्रोडक्ट पर मिलने वाले सारे ऑफर एक ही जगह दिखेंगे.

इसे डाउनलोड करना होगा और फिर जोड़ना होगा अपने ब्राउज़र में
# एक मज़ेदार चीज़ और है
मान लीजिए कि कोई प्रोडक्ट अगर आप किसी स्पेसिफ़िक बैंक के कार्ड से खरीदें तो आपको कुछ छूट मिलेगी. कैशबैक मिलेगा. लेकिन आपके पास उस बैंक का कार्ड है नहीं. तो? buyhatke
पर आप किसी और के कार्ड से ख़रीदारी कर सकते हैं, आपको छूट मिल जाएगी. और उस छूट का कुछ पर्सेंट आपको कार्ड होल्डर को देना होगा. और कार्ड होल्डर के कार्ड में पॉइंट्स भी जुड़ जाएंगे.
The Lallantop की बात हुई buyhatke# क्यों आए इस तरह के एप्लीकेशन?
बनाने वाले शख्स से. गौरव का कहना है कि कंपनियां सेल, धमाका और बम्पर छूट के नाम पर कस्टमर के साथ ख़ूब धोखा करती थीं. 12 हज़ार का सामान दिखाते थे 15 हज़ार का और ऑफर के बाद कर देते थे 13 हज़ार का. ग्राहक को दिखता है दो हज़ार का फ़ायदा. लेकिन असल में ग्राहक को होता था हज़ार रुपए का नुकसान. इसलिए इस तरह एप्लीकेशन की बहुत ज़्यादा ज़रूरत थी.
# तो करना क्या होगा?
बस इसी तरह का कोई एक्सटेंशन अपने ब्राउज़र में ऐड कर लीजिए और फिर आपकी ख़रीद बन जाएगी पहले से आसान. पहले से फायदेमंद और पहले से बहुत समझदार. तो इस तरह के एक्सटेंशन को ऐड कर डाला, बस समझ ल्यौ लाइफ़ झिंगालाला.