ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक छात्रा ने अपनी जान दे दी. मौके से एक नोट बरामद हुआ है. जिसमें छात्रा ने शिक्षकों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. घटना के बाद यूनिवर्सिटी के छात्रों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस और छात्रों के नोकझोंक भी हुई.
ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट ने जान दे दी, लिखा- 'सर और मैम को जेल भेजना'
Greater Noida: छात्रा के पास से नोट बरामद किया गया है. जिसमें उसने डिपार्टमेंट के दो शिक्षकों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में दो शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतका की पहचान ज्योति शर्मा के तौर पर हुई है. जो शारदा यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) की सेकेंड ईयर की छात्रा थी. शुक्रवार, 18 जुलाई को यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में उसने अपनी जान दे दी. रिपोर्ट के मुताबिक, साथ पढ़ने वाली एक छात्रा ने बताया,
थ्योरी के अलावा एक प्रैक्टिकल एग्जाम भी होता है. जिस पर संबंधित टीचर का सिग्नेचर जरूरी होता है. लेकिन कुछ टीचर की तरफ से प्रैक्टिकल वर्क पर सिग्नेचर नहीं किया जा रहा था.
रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों ने बताया कि जाली हस्ताक्षर के आरोपों की वजह से ज्योति तनाव में थी. छात्रा की मां ने बताया,
बेटी को शिक्षकों की तरफ से कहा जाता था कि तुम तो खुद सिग्नेचर कर लेती हो. हमारी जरूरत क्या है? हम तुम्हें फेल कर देंगे.
ग्रेटर नोएडा के एडिशनल DCP सुधीर कुमार ने बताया,
नोट में छात्रा ने क्या लिखा?छात्रा के परिजनों की शिकायत के आधार पर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है. स्टूडेंट के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
छात्रा के पास से नोट बरामद किया गया है. जिसमें उसने डिपार्टमेंट के दो शिक्षकों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है. छात्रा ने अपने नोट में लिखा,
महिंदर सर और शैंग (Shaing) मैम मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं. मैं चाहती हूं कि वे सलाखों के पीछे जाएं. उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है. उन्होंने मुझे अपमानित किया. मैं लंबे वक्त से तनाव झेल रही हूं. मैं चाहती हूं कि वे भी ऐसा ही महसूस करें.
मामला सामने आने के बाद छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मामूली झड़प भी हुई. DCP सुधीर कुमार ने बताया कि मृतका के परिवार और छात्रों में विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति रोष था. जिसे पुलिस अधिकारियों ने बातचीत के जरिए सुलझा लिया है. आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है.
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वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में दो शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है. यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) डॉ. अजीत कुमार का कहना है कि मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद जो दोषी पाया जाएगा, उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.
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