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छांगुर बाबा खुद को RSS का सदस्य बताता था, लेटरहेड पर पीएम की तस्वीर लगाई

धर्मांतरण रैकेट के कथित मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ ‘छांगुर बाबा’ (Changur Baba) को लेकर नई जानकारियां सामने आई हैं.

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जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)
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संजय शर्मा

उत्तर प्रदेश में पकड़े गए धर्मांतरण रैकेट के कथित मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ ‘छांगुर बाबा’ (Changur Baba) को लेकर नई जानकारियां सामने आई हैं. पता चला है कि छांगुर बाबा ने अधिकारियों से मुलाकात के दौरान खुद को RSS से जुड़ी एक संस्था का सीनियर पदाधिकारी बताया. इसके लिए उसने संगठन के लेटरहेड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का भी इस्तेमाल किया.

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इंडिया टुडे के इनपुट के मुताबिक़, छांगुर बाबा को ‘भारत प्रतिनिधि सेवा संघ’ नाम के संगठन का महासचिव (अवध) बनाया गया था. इस संगठन को एक अन्य प्रमुख आरोपी ईदुल इस्लाम चला रहा था. अधिकारियों का कहना है कि संगठन का नाम रणनीति के तहत चुना गया था. ताकि ये गलत धारणा बने कि ये RSS से जुड़ा हुआ है.

ईदुल इस्लाम ने अपने संगठन को विश्वसनीय दिखाने के लिए नागपुर में एक फर्जी केंद्र की भी स्थापना की थी. वहीं, RSS से जुड़ने का भ्रम बनाए रखने के लिए वो RSS के कई बड़े पदाधिकारियों के नाम लेते थे. वो ऐसा इसलिए करता था, ताकि उसके दावों पर लोगों की विश्वसनीयता बनी रहे.

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एक स्पेशल टास्क फोर्स (STF) इस मामले की जांच कर रहा है. एसटीएफ की टीम ने पाया कि ईदुल इस्लाम स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके ग्राम समुदाय की भूमि की अवैध खरीद में शामिल था.

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छांगुर बाबा पर क्या आरोप हैं?

बताते चलें, छांगुर बाबा को जुलाई की शुरुआत में ही गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि वो बड़े पैमाने पर धर्मांतरण रैकेट चलाता था. वो कथित रूप से आर्थिक रूप से कमज़ोर तबके की नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाता था.

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उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने छांगुर बाबा के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज किया है. उसके मुताबिक़, वो विदेशी फंडिंग की मदद से आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की साजिश रच रहा था. उस पर विदेशी स्रोतों से 500 करोड़ रुपये से ज्यादा धन प्राप्त करने का आरोप है.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) वित्तीय पहलू की जांच कर रहा है. ईडी का आरोप है कि छांगुर बाबा के पास उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा की संपत्ति है. जिनमें से ज़्यादातर अतिक्रमण की हुई सरकारी जमीन पर हैं. इसके अलावा, ईडी को छांगुर बाबा और उनके सहयोगियों से जुड़े 22 बैंक अकाउंट्स की जांच के दौरान 60 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं.

वीडियो: धर्मांतरण का आरोपी छांगुर बाबा कैमरे पर क्या बोला?

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